रांची। झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया और सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ हुई बैठक में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये शामिल हुए। इस अवसर पर बन्ना गुप्ता ने कहा कि मोतियाबिंद के कारण अंधापन सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौतियों में से एक है। मोतियाबिंद बैक लॉग मुक्त करने के लिए भारत सरकार की ओर से एक विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इस अभियान का नाम राष्ट्रीय नेत्र ज्योति अभियान रखा गया है। झारखंड राज्य में मोतियाबिन्द का बैक लॉग छह लाख 58 हजार अनुमानित हैं। इस अभियान में संबंधित जिला के उपायुक्त को अपने-अपने जिला में अभियान का नेतृत्व करने के लिए निर्देशित किया गया है।
प्रत्येक जिला इस अवधि में सर्जिकल क्षमता में आत्मनिर्भर बनने की कार्य योजना तैयार करेगा। इसके लिए अभियान जून से राज्य सरकार की ओर से शुरू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को सन 2025 तक प्राप्त करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर एक मुहिम चलायी जा रही है, जिसके तहत राष्ट्रीय यक्ष्मा उल्मूलन कार्यक्रम में विभिन्न आयामों को समय-समय पर जोड़ा जा रहा है जिससे कि समय पर लक्ष्य की प्राप्ति की जा सके।