नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) को लेकर देश में कुछ तबकों द्वारा किए जा रहे विरोध के संदर्भ में कहा कि ऐसा इसलिए नहीं हो रहा कि हमारी सरकार कोई गलत काम कर रही है, बल्कि जनता द्वारा ठुकराए गए लोगों के सामने विरोध का यही तरीका बचा है। मोदी ने कहा कि जिन लोगों को देश की जनता ने चुनाव में नकार दिया है, उनके पास अब कुछ ही हथियार और हथकंडे बचे हैं। इनमें से एक हथकंडा देश में भ्रम फैलाना है। एक ही तरह का भ्रम बार-बार फैलाया और दोहराया जा रहा है और निहित स्वार्थी तबका इन्हें हवा दे रहा है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के अभिनंदन के लिए पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में मोदी ने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमारी सरकार कोई गलत काम कर रही है, बल्कि विपक्षी दलों को हमारे उन आदर्शों और नीतियों से विरोध है जिन पर पार्टी सत्ता या विपक्ष में रहते हुए अमल करती रही है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में सीएए और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) का प्रत्यक्ष रूप से उल्लेख नहीं किया लेकिन कार्यकर्तांओं से आह्वान किया कि वे इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएं और लोगों से सीधे संवाद करें। सरकार और पार्टी के समक्ष मौजूद चुनौतियों का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि वह चुनावों को बड़ी चुनौती नहीं मानते। चुनाव तो आते-जाते रहते हैं। वास्तविक चुनौती अपने आदर्शों और नीतियों पर चलते रहने तथा लोगों की आशा अपेक्षाओं को पूरा करने की है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रचार माध्यमों से हमें सहयोग मिलेगा, इसकी संभावना कम है। सीएए को लेकर भाजपा द्वारा चलाए जा रहे देशव्यापी अभियान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों में हजारों, लाखों लोगों की शिरकत हो रही है, लेकिन प्रचार माध्यमों में इन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पार्टी का विकास और प्रसार कार्यकर्ताओं के बलबूते और जनता के साथ सीधे संवाद कायम करने से ही हुआ है। निहित स्वार्थी टोलियां हमेशा हमारे खिलाफ रही हैं और हमें उनकी परवाह नहीं। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि पार्टी का जमीनी स्तर पर विस्तार हो। साथ ही कार्यकर्ताओं की गुणवत्ता में सुधार हो।
मोदी ने कहा कि प्रारंभ से ही पार्टी का स्वभाव रहा है कि हॉरिजेंटली पार्टी का जितना विस्तार हो, वो करेगी और कार्यकर्ता का वर्टिकल विस्तार होता रहे, उसी परंपरा के कारण भाजपा को नई-नई पीढ़ी मिल रही है, जो पार्टी को आगे बढ़ाने में सफल होती है। उन्होंने कहा कि हम सबके लिए अत्यंत गौरव का विषय है कि राजनीति में जिन आदर्शों और मूल्यों को लेकर हम चले थे, जिन आदर्शों, मूल्यों के लिए चार-पांच पीढ़ियां खप गईं। उन्हीं आदर्शों और मूल्यों को लेकर और राष्ट्र की आशा-आकांक्षाओं को लेकर भाजपा ने अपने आप को ढाला, अपना विस्तार किया।
पीएम मोदी ने कहा कि संघर्ष और संगठन इन पटरियों पर हमारी पार्टी चलती रही है। देशहित की समस्याओं को लेकर संघर्ष करना, संगठन को बढ़ाना, कार्यकर्ता का विकास करना ये पार्टी का उद्देश्य है, लेकिन सत्ता में रहते हुए दल को चलाना ये अपने आप में बड़ी चुनौती होती है। इतने कम समय में भाजपा ने विस्तार भी किया, जनाकांक्षाओं से खुद को जोड़ा है और समयानुकूल परिवर्तन भी किया। एक जीती जागती चेतन वृंद पार्टी, सिर्फ संख्या बल पर बनी हुई सबसे बड़ी पार्टी नहीं, बल्कि जन-सामान्य के दिलों में जगह बनाकर बनी हुई पार्टी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा की दूसरी विशेषता रही है कि पार्टी चले लेकिन लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार को मजबूती मिलती रहे। भाजपा की विशेषता रही है कि हमें एक सुचारू रूप से चलने वाली व्यवस्था से जुड़ने वाले दल की तरह आगे बढ़ना चाहिए । उन्होंने कहा कि हम लंबे समय तक मां भारती की सेवा करने के लिए आए लोग हैं। हमें सदियों तक ये काम करना है। और जिन आशा-आकांक्षाओं के कारण इस दल का जन्म हुआ है, उसे पूरे किए बिना चैन से बैठना नहीं है ।
मोदी ने कहा कि एक कार्यकर्ता, लगातार जो भी उसकी शक्ति-सामर्थ है, उसे लेकर चलता रहे, जब जो जिम्मेदारी मिले उसे निभाता रहे और अपना उत्तम से उत्तम देने का प्रयास करता रहे, नड्डा में यह खूबी हमने करीब से देखा है।