Dhanbad. निरसा थाना क्षेत्र के भुरकुंडाबाड़ी गांव में गुरुवार को एक परिवार की ओर से प्रतिबंधित मांस को काटने पर भारी बवाल हुआ। घटना से आक्रोशित ग्रामीणों ने आरोपित के घर पर हमला कर दिया। आरोपित के घर के छप्पर को उखाड़ दिया। दरवाजे के सामने आग लगा दी। ग्रामीणों ने आरोपित के बेटे को पेड़ बांध दिया।
ग्रामीणों की सूचना पर निरसा पुलिस घटनास्थल पर पहुंची। यहां पुलिस और ग्रामीणों में झड़प हुई जिसमें कई ग्रामीण और पुलिस वाले भी घायल हुए हैं। ग्रामीणों ने पुलिस की तीन गाड़ियों को पलट कर क्षतिग्रस्त कर दिया।
स्थिति तनावपूर्ण होने की सूचना पर स्थानीय विधायक अपर्णा सेनगुप्ता और निरसा एसडीपीओ घटनास्थल पहुंचे। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया लेकिन आक्रोश नहीं थमा। स्थिति को देखते हुए कई थानों की पुलिस गांव बुलाई गई है। आरोपित को बंधक मुक्त करवा कर पुलिस अपने साथ ले जाने लगी तो ग्रामीणों का आक्रोश और भड़क गया। ग्रामीणों ने पुलिस की गाड़ी के टायर की हवा निकाल दी। इस बीच पुलिस-ग्रामीण में झड़प हो गई। ग्रामीणों ने पुलिस की तीन गाड़ियों को पलट कर क्षतिग्रस्त कर दिया। आखिरकार पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। लाठीचार्ज में छह लोग घायल हो गए। कई पुलिस वाले भी घायल हुए हैं। स्थिति संभालने के लिए अतिरिक्त जवानों को बुला लिया गया है।
घटना के बाद दोनों पक्षों के बीच तनाव कायम है। इस घटना के बाद भाजपा के कई कार्यकर्ता और नेता मौके पर पहुंच गए हैं और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। घटना को लेकर ग्रामीणों ने बताया कि हम लोगों को संदेह हुआ तो हम लोग नसरुद्दीन अंसारी के घर पर गए तो देखा कि उसके घर में बछड़े का मुंडी एवं मांस टुकड़ों में कर बोरे पर रखा गया है। ग्रामीणों के पहुंचते ही नसरुद्दीन किसी तरह से वहां से भागने में सफल रहा। उसकी पत्नी तैमून बीवी एवं उसकी दो बच्चियां घर पर थी।
हिंदुओं के पवित्र पर्व रामनवमी के दिन निरसा थाना क्षेत्र के भुरकुंडाबाड़ी गांव में नसरुद्दीन अंसारी के घर में गोकशी की घटना से ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित ग्रामीणों ने नसरुद्दीन के बेटे शहाबुद्दीन अंसारी को गांव में ही बंधक बनाकर रख लिया। साथ ही गौ मांस को ग्रामीणों ने जब्त कर लिया।