रांची। नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान में शनिवार को बड़ी सफलता मिली। पुलिस ने जिले के दो अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कार्रवाई कर उग्रवादी संगठन तृतीय प्रस्तुती कमेटी (टीपीसी) और जेजेएमपी के क्रमशः तीन और दो उग्रवादियों को गिरफ्तार किया। इसमें दो सब जोनल कमांडर शामिल हैं। उनके पास से आठ हथियार और गोलियां बरामद की गयीं। बरामद हथियारों में पुलिस की एक राइफल भी है।
एसपी अजय लिंडा ने शनिवार को बताया कि टीपीसी के जोनल कमांडर सहित तीन उग्रवादियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार उग्रवादियों में संगठन के सब जोनल कमांडर दार सिंह उर्फ अमित कुमार, गुलाब गंझु उर्फ पंकज जी और उमेश साव शामिल है। पुलिस ने इनके पास से एक रायफल, दो देशी रायफल, तीन देशी बंदूक और 10 गोलियां बरामद की हैं।
एसपी ने बताया कि आईजी अभियान साकेत सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि उग्रवादी संगठन के सब जोनल कमांडर निशांत उर्फ निशांत जी के रांची आने की सूचना है। पुलिस ने रांची के रातू थाना क्षेत्र के कमरे गांव के पास से 31 जनवरी की देर रात उसे गिरफ्तार किया लेकिन गिरफ्तारी के बाद उग्रवादी ने अपना नाम दारा सिंह उर्फ अमित कुमार उर्फ निशांत बताया। वह बिहार के गया जिले का रहने वाला है। इसकी निशानदेही पर पलामू के नवाबाजार से गुलाब गंझू को गिरफ्तार किया गया। गुलाब भी टीपीसी का जोनल कमांडर है। एसपी ने बताया कि इसकी निशानदेही पर एक अन्य सदस्य उमेश साव को गिरफ्तार किया गया। इन सभी के खिलाफ छतरपुर में चार मामले दर्ज हैं। इनमें 25 अगस्त 2018 मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या, लेवी, रंगदारी और पीपरा थाने में चार मामले दर्ज हैं। इनमें ठेकेदार से लेवी मांगने, वाहनों को जलाने तथा मोहम्मदंगज थाने में दो मामले दर्ज हैं। इनमें लेवी और रंगदारी मांगना शामिल है।
जेजेएमपी के एरिया कमांडर के दो सहयोगी गिरफ्तार
पलामू पुलिस ने जेजेएमपी के एरिया कमांडर महेश भुईंया उर्फ महेश के दो सहयोगियों राहुल शर्मा और अजय शर्मा को गिरफ्तार किया है। इनके पास से देशी पिस्टल, गोली, जेजेएमपी का पर्चा और मोबाइल फोन बरामद किया गया है। एसपी अजय लिंडा ने बताया कि चैनपुर थाना क्षेत्र के कंकारी के राहुल शर्मा को जेजेएमपी के एरिया कमांडर महेश भुईंया उर्फ महेश जी के द्वारा कुछ बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए बोला गया था। राहुल शर्मा के घर छापेमारी की गयी। पूछताछ में राहुल ने बताया कि जेल में उसकी मुलाकात एरिया कमांडर से हुई थी। उसके बाद से दोनों महेश जी के लिए काम कर रहे थे।