Ranchi : युवा सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में स्वास्थ्य व्यवस्था (मेडिकल फैसिलिटी) को मजबूत बनाने की दिशा में सरकार लगातार प्रयास कर रही है, ताकि आम जनता को बेहतर और हाईटेक मेडिकल फैसिलिटी मिल सके। मौका था अपोलो मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के निर्माण के लिए रांची नगर निगम और अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज लिमिटेड, चेन्नई के बीच सब लीज डीड पर सिग्नेचर करने का। यह हॉस्पिटल रांची स्मार्ट सिटी के एरिया बेस्ड डेवलपमेंट इलाके में बनाई जाएगी।
सरकार गठन के साथ हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार दे रही विशेष ध्यान
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड में स्वास्थ्य व्यवस्था बहुत बेहतर नहीं रही है। ऐसे में वर्ष 2019 में सरकार के गठन के साथ ही स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार की दिशा में लगातार काम हो रहा है। इस कड़ी में सरकारी अस्पतालों में इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत किया जा रहा है। जांच और इलाज की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। चिकित्सकों एवं पारा मेडिकल कर्मियों की नियुक्तियां हो रही है। वहीं, निजी क्षेत्र के अस्पताल यहां स्थापित हों, इसके लिए भी लगातार प्रयास हो रहे हैं, ताकि लोगों को बेहतर इलाज के लिए राज्य के बाहर और बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़े।
15 नवंबर को अस्पताल का भूमि पूजन करने का निर्देश
सीएम हेमंत सोरेन ने अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज लिमिटेड, चेन्नई प्रबंधन से कहा कि वह इस अपोलो मल्टी सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल को जल्द से जल्द शुरू करें। इस मौके पर उन्होंने अस्पताल का भूमि पूजन 15 नवंबर को राज्य स्थापना दिवस के मौके पर करने का निर्देश दिया। वहीं, अस्पताल प्रबंधन ने मुख्यमंत्री को बताया कि जल्द ही 250 बेड के अस्पताल निर्माण का कार्य शुरू हो जाएगा। पहले चरण में यहां ओपीडी की शुरुआत होगी। उन्होंने कहा कि अस्पताल में स्थानीय लोगों को रोजगार उपलब्ध कराया जाएगा। सामान्य चिकित्सक और पारा मेडिकल कमी भी झारखंड के होंगे , जबकि विभिन्न विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति की जाएगी।
रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे
सीएम हेमंत सोरेन ने उम्मीद जताई कि अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज लिमिटेड के साथ यह समझौता विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। इसके लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ दे सकेंगे। इससे यहां रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।
45 वर्षों के सब लीज पर दी जा रही जमीन
यहां याद दिला दें कि रांची के घाघरा में अपोलो हॉस्पिटल के निर्माण के लिए रांची नगर निगम के द्वारा अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज के साथ 4 सितंबर 2014 को एकरारनामा किया गया था। लेकिन, उक्त भूमि के विषय पर विवाद के वजह से स्थल परिवर्तन करते हुए रांची स्मार्ट सिटी क्षेत्र में अपोलो अस्पताल के लिए भूमि उपलब्ध करने का निर्णय लिया गया। यहां लगभग 2.75 एकड़ जमीन पर हॉस्पिटल निर्माण होगा। इसके लिए जमीन का सब लीज फिलहाल 45 वर्षों के लिया किया जा रहा है, जो भविष्य में कार्य की गुणवत्ता को देखते हुए विस्तारित किया जा सकेगा।
250 बेड का मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल बनेगा
अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज के द्वारा रांची स्मार्ट सिटी परिसर में लगभग 2.75 एकड़ जमीन में 250 बेड वाले मल्टी सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण किया जाएगा। यहां विशेष रूप से कार्डियोलॉजी, ऑर्थोपोडिक, गायनोकॉलोजी, जेनरल सर्जरी, जेनरल मेडिसिन, पीडियाट्रिक्स, ईएनटी सेवा प्रदान की जायेगी। इसके अलावा इमरजेंसी सेवा, रेडियोलोजी, पैथोलॉजी, डाइटरी सर्विसेस की भी व्यस्था यहां होगी। अपोलो हॉस्पिटल के द्वारा 24 घंटे एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध रहेगी। हॉस्पिटल के अंदर पार्किंग, फार्मेसी, एटीएम, कैंटीन इत्यादि की व्यवस्था भी रहेगी।
डेढ़ लाख लोग सीधे तौर पर होंगे लाभान्वित
रांची स्मार्ट सिटी परिसर में कई इंस्टीट्यूशंस, स्कूल, कॉलेज, पांच सितारा समेत कई होटल मॉल, ऑफिस तथा व्यवसायिक प्रतिष्ठानो का निर्माण होना है। साथ ही एक मेडिकल कॉलेज का भी निर्माण निर्धारित है। इसके अलावा यहां लगभग 16 हज़ार आवासीय इकाई होंगे और अनुमानित है कि लगभग डेढ़ लाख की जनसंख्या इस विकसित क्षेत्र में निवास करेगी, जो इस परियोजना से सीधे रूप से लाभान्वित होगी।
ये रहे मौजूद
मौके पर मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, रांची नगर निगम के प्रशासक अमित कुमार, निदेशक सूडा अमित कुमार, रांची स्मार्ट सिटी कारपोरेशन के जीएम राकेश कुमार नंदकुलियार, रांची नगर निगम के सहायक प्रशासक ज्योति कुमार सिंह, आईटी ऑफिसर राजेश कुमार तथा अपोलो हॉस्पिटल इंटरप्राइजेज लिमिटेड, चेन्नई के वाईस प्रेसिडेंट डॉ करण ठाकुर एवं आर्किटेक्चरल कंसलटेंट रोशन जॉन चिरायत मौजूद थे।
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