Khunti : युवा सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि प्रधानमंत्री का उलिहातू आगमन एवं इस कार्यक्रम का आयोजन पूरे देश को जोड़ेगा। सीएम सोरेन ने कहा कि उलिहातू की इस पावन भूमि पर प्रधानमंत्री पहली बार आये हैं। आशा और उम्मीद है कि प्रधानमंत्री का आज का संदेश आदिवासियों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। मौका था धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा जयंती एवं जनजातीय गौरव महोत्सव-2023 के अवसर पर खूंटी में आयोजित जनसभा का। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि बिरसा मुंडा पूरे देश के आदिवासियों के भगवान हैं। झारखंड हमेशा से वीरों की भूमि रही है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण प्रधानमंत्री ने रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा जनजातीय स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय में देखा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आदिवासी धर्म कोड की चिर प्रतीक्षित मांग पर सकारात्मक निर्णय लेने का आग्रह किया।
आदिवासी हक और अधिकार की लड़ाई लड़ता है
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड आदिवासी बहुल राज्य है। मैं भी आदिवासी समुदाय से आता हूं और मुझे आदिवासी होने पर गर्व है। आदिवासी हक और अधिकार की लड़ाई लड़ता आया है। फिर वह लड़ाई महाजनों के विरुद्ध हो या अंग्रेजों के, लेकिन दुर्भाग्य है कि इतिहासकारों ने इन्हें उचित जगह नहीं दिया। विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह सबसे पिछड़ा है। यदि ये नहीं बचे तो अन्य आदिवासी विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह में आ जाएंगे। आज हम चांद में पहुंच चुके हैं लेकिन समाज के अंदर जो अंतर दिख रहा है, उसे अबतक मिट जाना चाहिए।
जंगल में बसने वालों को विस्थापन झेलना पड़ता है
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड कई मायनों में आगे बढ़ा है। चाहे खनिज संपदा हो या किसी अन्य विषय को लेकर हो। प्रधानमंत्री से आग्रह है कि यहां बड़े पैमाने पर आदिवासी जो जंगलों में बसते हैं उन्हें विस्थापन का दंश झेलना पड़ता है। खनिज सम्पदाओं को निकालने के लिए बड़े पैमाने में कई वर्षों से इनका विस्थापन होता रहा है। इस क्षेत्र में बसने वाले लोगों के प्रति भी ऐसी विशेष कार्ययोजना तैयार की जाए, जहां आदिवासी भाई-बहन जल-जंगल-जमीन के साथ अपने आप को समग्र विकास की कड़ियों से जोड़ सके।
यह भी हुआ
- प्रमुख सरकारी योजनाओं का प्रसार सुनिश्चित करने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ
- प्रधानमंत्री विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह मिशन’ शुरू, मिशन में करीब 24 हजार करोड़ खर्च होगा
- प्रधानमंत्री-किसान योजना की 15वीं किस्त जारी
- 7200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास
इनका हुआ उद्घाटन
आईआईएम रांची का नया परिसर, आईआईटी आईएसएम धनबाद का नया हॉस्टल, बोकारो में पेट्रोलियम ऑयल और लूब्रिकेंट (पीओएल) डिपो, हटिया-पकरा सेक्शन, तलगरिया-बोकारो सेक्शन और जारंगडीह-पतरातू सेक्शन डबल लेन।
इनकी रखी गई आधारशिला
- एनएच 133 के महगामा-हंसडीहा सेक्शन का फोर लेन कार्य (52 किमी), एनएच 114ए के बासुकीनाथ-देवघर सेक्शन का फोर लेन कार्य (45 किमी), केडीएच-पूर्णाडीह कोल हैंडलिंग प्लांट और आईआईआईटी रांची के नए शैक्षणिक और प्रशासनिक भवन की आधारशिला।
- 49 हजार करोड़ की जनजातीय कल्याण एवं विकास परियोजनाओं का शुभारम्भ/लोकार्पण/शिलान्यास और विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारम्भ हुआ
ये रहे मौजूद
मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी, झारखंड के गवर्नर सीपी राधाकृष्णन, केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा, शिक्षा राज्य अन्नपूर्णा देवी, पूर्व लोकसभा उपाअध्यक्ष सह पदम भूषण से सम्मानित कड़िया मुंडा, राजधनवार विधायक बाबूलाल मरांडी, खूंटी विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, विधायक कोचे मुंडा सहित अन्य मौजूद थे।
इसे भी पढ़ें : मैंने समाज के आखिरी व्यक्ति का नमक खाया है, मैं कर्ज चुकाने आया हूं : पीएम मोदी