नई दिल्ली। शाहीन बाग प्रदर्शन मामले में भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर आजाद और दो अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में हस्तक्षेप याचिका दायर की है। चंद्रशेखर ने शाहीन बाग में धरने के खिलाफ दाखिल याचिकाओं में उन्हें भी पक्षकार बनाने की मांग की है। याचिका में कहा गया है कि केंद्र सरकार इस मामले में कोर्ट को गुमराह कर सकती है। इसलिए केस के सही तथ्यों के लिए उन्हें पक्षकार बना जाए। शाहीन बाग में शांतिपूर्वक चल रहा धरना देश के अन्य स्थानों पर भी मिसाल बन चुका है।
शाहीन बाग में प्रदर्शन पर टिप्पणी करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 10 फरवरी को कहा था कि विरोध का अधिकार है लेकिन जगह ऐसी हो जहां दूसरों को परेशानी न हो। इस तरह अनिश्चित काल तक सार्वजनिक सड़क को ब्लॉक कर देना उचित नहीं। कोर्ट ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया था। सुनवाई के दौरान शाहीनबाग के तीन महिलाओं ने भी खुद का पक्ष को रखने की मांग की थी। इन महिलाओं की ओर से कहा गया था कि उनके बच्चे को स्कूल में पाकिस्तानी कहा जाता है। तब चीफ जस्टिस एस.ए. बोब्डे ने कहा था कि किसी बच्चे को स्कूल में पाकिस्तानी कहा गया, ये कोर्ट के समक्ष विषय नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने सख्त टिप्पणी करते हुए पूछा था कि क्या चार महीने का बच्चा प्रदर्शन करने गया था। चीफ जस्टिस ने कहा कि हम इस समय नागरिकता संशोधन अधिनियम या किसी बच्चे को पाकिस्तानी कहा गया इस बाबत सुनवाई नहीं कर रहे हैं।