नई दिल्ली। लोकसभा में लगातार चौथे दिन गुरुवार को विपक्षी हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं चल सका। सदन में लगातार व्यवधान और विधायी कार्य न हो पाने से आहत लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संसद की कार्यवाही से दूरी बना ली है।
गुरुवार को पीठासीन अधिकारी राजेन्द्र अग्रवाल ने सदन में कहा कि पिछले तीन दिन से जिस प्रकार से सदन में कामकाज को बाधित किया जा रहा है, उससे लोकसभा अध्यक्ष दुखी हैं। पूरा देश दुखी है।
दरअसल, दिल्ली हिंसा को लेकर विपक्ष का लगातार संसद में हंगामा जारी है। वह सदन में तत्काल चर्चा कराए जाने की मांग पर अड़ा हुआ है। जबकि बीते सोमवार को सदन में हुए हंगामे के बाद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने 17 दलों के साथ मंगलवार को बैठक की थी। इसके बाद भी लोकसभा में मंगलवार को हंगामा हुआ और महिला सांसद के साथ धक्का-मुक्की हुई। जिससे लोकसभा अध्यक्ष बहुत आहत हैं। इसे देखते हुए बिरला ने बुधवार को सदन की कार्यवाही से खुद को अलग कर लिया और पूरे दिन अपने कार्यालय में बैठे रहे।
गुरुवार को भी बिरला ने सदन की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया। भर्तृहरि महताब ने उनकी जगह सदन का संचालन किया।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली हिंसा पर चर्चा कराने के लिए अड़े विपक्ष से बिरला ने कहा था कि सरकार होली के बाद लोकसभा में चर्चा के लिए तैयार है। इस पर नाराज विपक्ष ने जमकर सदन में हंगामा किया।