Prayagraj : महाकुंभ में श्रद्धालुओं और साधु संतों के लिए इंतजामों में उदासीनता और महाकुंभ की आधी-अधूरी तैयारी की गई है। इससे श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहां सरकार द्वारा सिर्फ वी.आई.पी. लोगों की मेहमान नवाजी की जा रही है और मंत्री फोटो खिंचवाने में लगे हुए हैं। ये बातें गुरूवार काे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कही। इस प्रेसवार्ता में कांग्रेस के प्रयागराज के सासंद उज्ज्वल रमण सिंह भी थे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि महाकुंभ के नाम पर बड़े स्तर की तैयारी का दावा करके सरकार सभी को भ्रमित करने का काम कर रही है। कैबिनेट बैठक पर सवाल करते हुए अजय राय ने कहा कि आस्था और अध्यात्म के पावन महासंगम स्थल पर कैबिनेट का ड्रामा कर प्रदेश सरकार ने महाकुंभ को ईवेंट बना दिया है। सरकार ने महाकुंभ की परम्पराओं को बदल दिया है। महाकुंभ में व्यवस्था के नाम पर गुजराती कंपनियों को ठेका देकर सिर्फ भ्रष्टाचार हो रहा है। महाकुंभ में कैबिनेट मीटिंग कर धार्मिक और आस्था के आयोजन में राजनैतिक संदेश दिया जा रहा है ।सांसद उज्जवल रमण सिंह ने सरकार को भ्रष्टाचार पर घेरते हुए कहा, भ्रष्टाचार की नींव तो बहुत पहले से ही डाल दी गई थी जब 200 करोड़ रूपए की साल की लकड़ी जो पीपे के पुल बनाने में स्लीपर का काम करती है उसकी हमेशा सप्लाई राज्य सरकारों के वन विभागों द्वारा करायी जाती थी, टेंडर सरकार और सरकार से होता था, जो कि अबकी निजी कई फर्मों में अवैध एवं गैर कानूनी तरह से बांट दिया गया। जिसका नतीजा हुआ समय से स्लीपर की सप्लाई नहीं हो पाई और हुये भी ताे वो रद्दी क्वालिटी के जिससे शुरुआत में बनते ही टूट गये। सांसद उज्जवल रमण सिंह ने सरकार को महाकुंभ की तैयारियों को लेकर आगाह करते हुए कहा कि मौनी अमावस्या पर पिछले स्नान से 4 गुना ज्यादा लोग आएंगे इसलिए तैयारियों को समुचित किए जाने की जरूरत है जिससे श्रद्धालुओं को असुविधा न हो, बसंत पंचमी तक वी.आई.पी. एंट्री बंद हो ताकि आम श्रद्धालुओं पर सरकार का ध्यान आकृष्ट हो सके।
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