कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी खबरें आई थी कि सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच शुक्रवार को घाटी में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ है.
आजकल हर तरफ जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) पर लागू रही अनुच्छेद 370 (Article 370) की चर्चा है. केंद्र सरकार द्वारा अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू-कश्मीर को दिए गए विशेष दर्जे को हटाने के बाद कांग्रेस लगातार मोदी सरकार पर सवाल उठा रही है तो बीजेपी भी पलटवार करने से चूक नहीं रही है. वहीं, आईजीपी कश्मीर एसपी पानी ने कश्मीर में पुलिस फायरिंग की मीडिया रिपोर्टों का खंडन किया है. पानी ने कहा कि कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया रिपोर्टों में गोलीबारी की बातें गलत हैं, ऐसी कोई भी घटना नहीं हुई है. घाटी पिछले एक सप्ताह से काफी हद तक शांत है.
दरअसल, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में ऐसी खबरें आई थी कि सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच शुक्रवार को घाटी में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन हुआ है और प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाबलों ने पैलेट गन का भी प्रयोग किया.
बता दें कि रूस ने जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल-370 हटाए जाने पर भारत का समर्थन किया है. रूस के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है भारत का जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांटकर केंद्र शासित प्रदेश बनाने का फैसला संविधान के दायरे में लिया गया है. इसी के साथ जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल-370 हटाने का फैसला भी भारत ने संविधान के दायरे में लिया है.
रूस ने उम्मीद जताई है कि जम्मू-कश्मीर का मुद्दा भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति जरूर पैदा हुई है लेकिन दोनों ही देश इस मामले में संयम बरत रहे हैं. बयान में कहा गया है कि रूस हमेशा से भारत और पाकिस्तान के बीच बेहतर रिश्तों का पक्षधर रहा है. रूस ने उम्मीद जताई है कि दोनों देश किसी भी तरह के विवाद को राजनीतिक और राजनयिक संवाद से सुलझा लेंगे.