रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन लगातार राज्य की जनता के बीच संदेश दे रहे हैं। सोमवार को विधानसभा में भी उन्होंने ने सदन की कार्यवाही समाप्त होने के बाद मीडिया के ज़रिए झारखण्ड की जनता के नाम अपना संदेश दिया। उन्होंने लोगों से आग्रह किया की वे लॉकडाउन के निर्देशों का सख्ती से पालन करें। घर में रहकर हम सभी अपनी जिम्मेदारी निभायेंगे तो सभी को मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सहयोग से हम कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम कर उससे लड़ सकते हैं। सभी से आग्रह है। लॉकडाउन के निर्देशों का सख्ती से पालन करें। जरूरी सामान खरीदने के लिए ही घर से बाहर निकलें।
उपायुक्त निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें
मुख्यमंत्री ने सभी जिला उपायुक्तों एवं पुलिस प्रशासन को निदेश दिया है कि सुनिश्चित करें कि लॉकडाउन के आलोक में सरकार द्वारा निर्देशित जरूरी सेवाओं के अतरिक्त लोग घर से बाहर न घूमें। जनता को जागरूक करें कि अनावश्यक घर से निकलने से कुछ हासिल नहीं होगा। उन्हें यह बताएं कि घर में रहने से जनता समाज को बहुत बड़ा सहयोग दे सकती है।
इस लापरवाही के लिए न्यायसंगत कार्रवाई करें
मुख्यमंत्री ने हजारीबाग के एक स्कूल द्वारा परीक्षा परिणाम देने के लिए बच्चों को स्कूल बुलाने के मामले को गंभीरता से लिया है। इससे संबंधित एक वीडियो मुख्यमंत्री से साझा किया गया था, जिसमें बच्चे के अभिभावक ने बताया कि परीक्षा परिणाम लेने के लिए उन्हें स्कूल प्रबंधन द्वारा बच्चों के साथ बुलाया गया था। तत्पश्चात मुख्यमंत्री ने उपायुक्त हजारीबाग को इस लापरवाही के लिए न्यायसंगत कार्रवाई करने का निदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा ध्यान रहे कि हम सभी कि सुरक्षा में शासन-प्रशासन, स्वास्थ्य कर्मी, पुलिसकर्मी अपना-अपना योगदान दे रहें हैं। प्रत्येक व्यक्ति से आग्रह है। सजग रहकर खुद की, परिवार की और समाज की सुरक्षा में योगदान करें।
गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था करें
मुख्यमंत्री को जानकारी दी गई कि अन्य राज्यों से झारखण्ड पहुंचे लोगों को अपने घर जाने में परेशानी हो रही है। बसों का परिचालन ठप्प है। मुख्यमंत्री ने मामले की जानकारी के बाद उपायुक्त को निदेश दिया कि बसों की समुचित व्यवस्था करते हुए। सभी को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था करें।
खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी ना हो, निगरानी करें
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में महीनों तक के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद्य पदार्थों की व्यवस्था है और रहेगी। सभी जिला उपायुक्त एवं पुलिस प्रशासन निगरानी कर सुनिश्चित करें कि खाद्य पदार्थों की कालाबाजारी के कारण बेवजह लोगों को अफवाहों और कठिनाइयों का सामना न करना पड़े।
हर बुखार, सर्दी- खांसी कोरोना के लक्षण नहीं हैं
मुख्यमंत्री को गिरिडीह निवासी एक व्यक्ति ने वीडियो साझा कर बताया कि उनके गांव का एक व्यक्ति बुखार और सर्दी-खांसी से पीड़ित है। सिविल सर्जन को मामले की जानकारी देने के बाद भी पीड़ित का जांच नहीं हुआ, जिससे गांव में डर का माहौल है।
सामाजिक तिरस्कार न करें
मुख्यमंत्री ने उपायुक्त गिरिडीह को मामले में संज्ञान लेने का निदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा चूंकि यह नई बीमारी है। इसलिए आम जनों का डर समझा जा सकता है। सभी से अपील है। घबराएं नहीं। हर बुखार, सर्दी-खांसी कोरोना वायरस से पीड़ित होने के लक्षण नहीं है। ऐसे मामलों में पीड़ित को स्वास्थ्य केंद्र लेकर जाकर ईलाज कराएं। उनका समाजिक तिरस्कार ना करें। ऐसे व्यवहार से पीड़ित पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। साथ ही जो उनकी सेवा में लगे हैं, वे भी हतोत्साहित होते हैं। इसलिए एक दूसरे का ध्यान रखें। एक दूसरे की सुरक्षा ही हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करेगा।