नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन का ‘पालन नहीं’ किए जाने पर सख्त आपत्ति जताई है। मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल में गैरजरूरी सामानों से जुड़ी दुकानों के खुले रहने और धार्मिक जमावड़े की इजाजत दिए जाने पर ऐतराज जताया है। इसके अलावा अधिकारियों के बजाय नेता राशन बांट रहे हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को सख्त लहजे में खत लिखकर जवाब मांगा है।
घट रहा लॉकडाउन का असर
खत में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कहा है कि पश्चिम बंगाल में सब्जी, मछली और मांस बाजारों पर किसी तरह का अंकुश नहीं लगाया गया है और इन जगहों पर सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का उल्लंघन किया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने खत में लिखा है, ‘सुरक्षा एजेंसियों से मिल रहीं रिपोर्ट्स के मुताबिक पश्चिम बंगाल में लॉकडाउन का असर धीरे-धीरे घट रहा है। राज्य सरकार की तरफ से दी जा रहीं छूट का दायरा बढ़ता ही जा रहा है।’
गैरजरूरी सामानों की दुकानें भी खुली हैं
गृह मंत्रालय ने कहा है कि गैरजरूरी सामानों से जुड़ी दुकानों को भी खुलने की इजाजत दी गई है। इसके अलावा कोलकाता के राजा बाजार, नरकेल डांगा, तोपसिया, मेटियाबुर्ज, गार्डेनरीच, इकबालपुर और मनिकटाला में सब्जी, मछली और मटन मार्केट में भी लोग धड़ल्ले से सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह उल्लंघन करते हुए उमड़ रहे हैं।