News Samvad : प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के बीच किन्नर अखाड़े ने बड़ा एक्शन लिया है। किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाकर अखाड़े से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को आचार्य महामंडलेश्वर पद और अखाड़े से बाहर किया गया है। किन्नर अखाड़े को जल्द नया आचार्य महामंडलेश्वर मिलेगा। ऋषि अजय दास ने कहा कि नए सिरे से अखाड़े का पुनर्गठन किया जाएगा। इसको लेकर अजय दास के नाम की चिट्ठी सोशल मीडिया पर वायरल हुयी है।
ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़े से निकाली जाने की घटना ने काफी चर्चा बटोरी है। उनके महामंडलेश्वर पद से हटने के पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं। आइए, उन पांच मुख्य कारणों पर नजर डालते हैं, जिन्होंने किन्नर अखाड़े को ममता कुलकर्णी के खिलाफ कदम उठाने के लिए मजबूर किया:
प्रत्यक्ष उपाधि का विवाद
ममता कुलकर्णी को सीधे महामंडलेश्वर की उपाधि दी गई, जबकि किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुसार, किसी को पहले संन्यासी बनना चाहिए और फिर वैराग्य की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। इस प्रक्रिया का पालन न करने के कारण अखाड़े के सदस्यों में असंतोष था।
फिल्मी बैकग्राउंड और बोल्ड इमेज
ममता का फिल्मी बैकग्राउंड और 90 के दशक में उनका बोल्ड अवतार, जिसमें उन्होंने टॉलेस फोटो शूट कराया था, किन्नर अखाड़े के कई सदस्यों को असहज महसूस कराता था। यह उनके लिए एक महत्वपूर्ण मुद्दा था।
अंडरवर्ल्ड कनेक्शन
ममता कुलकर्णी का नाम अंडरवर्ल्ड से भी जुड़ा रहा है। उन पर आरोप लगे थे कि उन्होंने ड्रग माफिया विक्की गोस्वामी से शादी की और उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट भी जारी हुआ था। ऐसे आरोपों ने उनके प्रति संदेह को बढ़ाया।
संन्यास का नियम
किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुसार, महामंडलेश्वर बनने के लिए व्यक्ति को संन्यासी होना चाहिए और उसका मुंडन संस्कार होना आवश्यक है। ममता ने न तो संन्यास लिया था और न ही उनका मुंडन संस्कार हुआ था, जिससे उनकी उपाधि को मान्यता नहीं मिली।
माला पहनने का विवाद
किन्नर अखाड़े के संन्यासियों को वैजंती माला पहनने की आवश्यकता होती है, जबकि ममता ने रुद्राक्ष की माला पहनी थी। यह भी एक कारण था कि उनकी महामंडलेश्वर की उपाधि किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुरूप नहीं थी।
इन सभी कारणों के चलते किन्नर अखाड़े के सदस्यों में विभाजन हुआ और अंततः ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटा दिया गया। यह घटना किन्नर अखाड़े के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है।
VIDEO | Maha Kumbh 2025: Here’s what Ajay Das Sansthapal Kinnar Akhara on action taken against Mamata Kulkarni.
“This is not Bis Boss’s show that you do it during Maha Kumbh and then for three years you don’t do any work… Both Mamata Kulkarni and Acharya Mahamandleshwar,… pic.twitter.com/DlBFnBMP9v
— Press Trust of India (@PTI_News) January 31, 2025
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