Ranchi : भाकपा माओवादी का सेंट्रल कमेटी सदस्य विजय आर्य संगठन को मजबूत करने में जुटा था। वह भाकपा माओवादी संगठन के पूर्व कैडर को भी जोड़ रहा था। इस बात का खुलासा NIA की जांच में हुआ है। आज NIA ने रांची की स्पेशल कोर्ट में दो नक्सलियों विजय कुमार आर्य और आनंद पासवान के खिलाफ दूसरी पूरक चार्जशीट दाखिल की है। विजय को बिहार पुलिस ने रोहतास थाना क्षेत्र से 14 अप्रैल 2022 को गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह पटना के बेउर जेल में बंद था। विजय आर्य बिहार के गया का रहने वाला है।

हजारीबाग पुलिस ने 20 अगस्त 2021 को प्रद्युम्न शर्मा को गिरफ्तार किया था। 30 दिसंबर 2021 को NIA की रांची ब्रांच ने इस केस को टेकओवर कर लिया था। जांच में पाया गया कि विजय आर्य टेरर फंडिंग का पैसा प्रद्युम्न शर्मा और उसके सहयोगियों तक पहुंचता था।

साल 2018 में जेल से रिहा होने के बाद टॉप नक्सली कमांडर में से एक विजय आर्या को झारखंड और बिहार के कई इलाकों में संगठन को मजबूत करने का जिमामा मिला था। माओवादियों के चाल्हो सब जोन यानी गया, औरंगाबाद और पलामू का इलाका को एक्टिवेट करने की जिम्मेदारी भी उसे मिली थी। इस जोन में माओवादी 2005 के बाद बेहद कमजोर हो गये थे।

इसे भी पढ़ें : कारोबारी जय सिंघानिया के ठिकानों पर IT की दबिश

इसे भी पढ़ें : बच्चियों को पढ़ाएंगे, इंजीनियर-डॉक्टर और अफसर भी बनाएंगे : सीएम हेमंत

इसे भी पढ़ें : झारखंड में युवाओं को मिलेगी नौकरी, 456 करोड़ इंवेस्टमेंट का हुआ MOU

इसे भी पढ़ें : युवती के साथ तीन महिला TTE की गुंडई… देखें वायरल वीडियो

इसे भी पढ़ें : महज एक इंफॉर्मेशन पर धरा गये 5 शातिर चोर

इसे भी पढ़ें : मोदी ने दी गारंटी, तीसरी पारी में देश को बनाउंगा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी ताकत

Show comments
Share.
Exit mobile version