पक्ष-विपक्ष ठोक रहा जीत का दावा

झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव  संपन्न कराए जाने को लेकर एक बार फिर चर्चा शुरू हो गई। सभी राजनीतिक दलों ने दावा किया कि किसी भी समय पर चुनाव के  लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं। बताया जा रहा है कि हरियाणा और महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव कराए जाने के तुरंत बाद  झारखंड में सिलसिलेवार ढंग से चुनाव करा लिए  जाएंगे। चुनाव को लेकर अंदाजा इस बात का भी लगाया जा रहा है, कि इलेक्शन कमीशन हरियाणा और महाराष्ट्र के चुनाव की तिथियों की घोषणा के दौरान झारखंड के संबंध में भी कुछ ऐसी घोषणा कर सकता है। इसके पीछे वजह यह बताई जा रही है कि हरियाणा विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 2 नवंबर तक है। वहीं, महाराष्ट्र विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 11 नवंबर को खत्म हो जाएगा। झारखंड में रघुवर दास ने 28 दिसंबर 2014 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

बीजेपी का दावा एक्टिव मोड में है पार्टी

प्रदेश में सत्ताधारी दल बीजेपी सूबे की अन्य सभी दलों की तुलना में काफी तेजी से चुनाव की तैयारी में जुटी हुई है। पार्टी ने 65 प्लस का टारगेट रखा है। इसको हासिल करने के लिए पार्टी पदाधिकारी हर स्तर पर रात-दिन लगे हुए हैं। एक तरफ जहां सदस्यता अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा है। वहीं, दूसरी तरफ लगातार बड़े नेताओं का दौरा हो रहा है। बीजेपी बूथ से लेकर प्रदेश स्तर  तक के सभी नेताओं को अलग- अलग जिम्मेदारी दे रही है। इसके अलावा सभी मोर्चा एक्टिव मोड में आ गए हैं।

आजसू रेडी, कांग्रेस में घमासान

वहीं, दूसरी तरफ एनडीए के घटक दल आजसू पार्टी की बात करें तो पार्टी ने स्पष्ट दावा किया कि इलेक्शन कभी भी  हो पार्टी तैयार है। वहीं दूसरी ओर  विपक्षी दल कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा ने भी स्पष्ट किया कि महागठबंधन में भले ही सीट शेयरिंग क्लियर नहीं हुई हो लेकिन महागठबंधन चुनाव में जाने के लिए तैयार हैं।

क्या कहते हैं पार्टी नेता

बीजेपी के प्रवक्ता प्रतुल नाथ शाहदेव ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव के बाद से ही पार्टी पूरी तरह से सक्रिय है। उन्होंने कहा कि एक तरफ जहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के मार्गदर्शन में अलग-अलग कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। वहीं, दूसरी तरफ पार्टी नेता अपने-अपने स्थान पर सक्रिय हैं। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने दावा किया कि जेपीसीसी को लेकर जो भी राजनीतिक चर्चा हो रही हो, हकीकत यह है कि कांग्रेस चुनाव में जाने के लिए एकदम तैयार है। उन्होंने कहा इलेक्शन कभी भी हो पार्टी उसे फेस करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। वहीं, आजसू पार्टी के  केंद्रीय प्रवक्ता देवशरण भगत ने कहा कि उनकी पार्टी का लक्ष्य एनडीए को हर उस  सीट पर जीत दिलाना है, जिसपर एनडीए  उम्मीदवार खड़े हो रहे हैं।

बहरहाल, लोकसभा चुनाव की तरह विधानसभा चुनाव में भी सीट बंटवारे को लेकर एनडीए और महागठंबधन में खींचतान देखने को मिल सकता है। चुनाव की तारीखों की घोषणा होते ही सत्तापक्ष और विपक्षी दलों में सीट को लेकर घमासान मचना तय है। कुछ दलों के नेताओं ने मौका भांपते हुए अभी से ही पाला बदलना भी शुरू कर दिया है।

किस पार्टी के पास कितने विधायक हैं

बता दें, कि झारखंड विधानसभा में बीजेपी के 43, झामुमो के 19, कांग्रेस के 8, आजसू के 2, झाविमो के 2, भाकपा माले मासस के क्रमश: 1-1 और निर्दलीय विधायक हैं।

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