नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में खूब पैसा और शोहरत है इस बात में कोई शक नहीं है, इसी वजह से हर माता-पिता अपने बच्चों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित भी करते हैं. वैसे भी आज क्रिकेट स्टार्स का रुतबा किसी फिल्मी सितारे से कम नहीं हैं या यूं कह सकते हैं कि उनसे भी कहीं ज्यादा है. लेकिन ये कहना भी गलत नहीं होगा कि यहां कामयाबी हासिल करने के लिए जितनी जरूरी मेहनत है उतनी ही अच्छी किस्मत की जरूरत भी है. कई बार होता है जब खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते तो उन्हें टीम में खेलना का मौका नहीं मिलता और न ही पैसा मिलता है. इसीलिए आज की इस स्टोरी में हम आपको क्रिकेट के कुछ ऐसे खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे जो पहले तो राजाओं की तरह रहे मगर क्रिकेट से संन्यास के बाद एक आम जिंदगी बिताने के लिए हो गए मजबूर.
अरशद खान
पाकिस्तान के पूर्व गेंदबाज अरशद खान ने अपने करियर की शुरुआत साल 1997-98 में की थी. अरशद ने पाकिस्तान के लिए कुल 9 टेस्ट मैच खेले जिनमें उन्होंने 30.0 की औसत से 32 विकेट अपने नाम किए. इसके अलावा उन्होंने वनडे क्रिकेट में 60 मैच खेले जिसमें 35.07 की औसत से कुल 57 विकेट हासिल किये. अरशद का करियर ज्यादा लंबा नहीं चला. साल 2006 में उनका क्रिकेट करियर पूरी तरह से खत्म हो गया था. खबरों की मानें तो क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद उनकी माली हालत कुछ ज्यादा अच्छी नहीं रही और अब वो ऑस्ट्रेलिया के सिडनी में उबर टैक्सी चला रहे हैं.
एडम होलियोक
ऑस्ट्रेलिया में पैदा हुए एडम होलियोक ने इंग्लैंड की टीम के लिए क्रिकेट खेला. एक वक्त था जब होलियोक को इंग्लैंड का एक बेहतरीन ऑलराउंडर कहा जाता था. इतना ही नहीं कुछ समय के लिए वो वनडे क्रिकेट में अपनी टीम के कैप्टन भी रहे थे. उन्होंने अपने करियर में 4 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 10.83 की औसत से 65 रन बनाए और 2 विकेट लिए. वहीं वनडे क्रिकेट में एडम होलियोक ने 35 मैचों में हिस्सा लिया, जिनमें उन्होंने 25.25 की औसत से 606 रन अपने नाम किए. इसके अलावा गेंदबाजी में 31.84 की औसत से 32 विकेट लिए. साल 2008 में उन्होंने क्रिकेट छोड़ दिया और वापस ऑस्ट्रेलिया आ गए, जिसके बाद वो अपने फैमिली बिजनेस में लग गए, मगर पैसों की तंगी की वजह से उन्हें अपना बिजनेस बंद करना पड़ा.
मैथ्यू सिंक्लेयर
न्यूजीलैंड के मैथ्यू सिंक्लेयर ने अपने पहले ही मैच में दोहरा शतक जड़ कर खूब सुर्खियां बटोरी थीं. न्यूजीलैंड के इस सलामी बल्लेबाज ने टेस्ट क्रिकेट में 33 मैचों में 32.06 की औसत से 1,635 रन बनाए. इसके अलावा वनडे क्रिकेट में 54 मैचों में 28.35 की औसत से 1304 रन बनाए हैं. सिंक्लेयर ने साल 2013 में टीम से संन्यास ले लिया था. संन्यास के बाद मैथ्यू सिंक्लेयर नेपियर की एक कंपनी में सेल्समैन का काम कर रहे हैं.
क्रिस केर्न्स
न्यूजीलैंड के पूर्व ऑलराउंडर क्रिस केर्न्स एक बेहद ही आक्रामक बल्लेबाज हुआ करते थे. बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा. केर्न्स ने अपने करियर में 62 टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 33.54 की औसत से 5 शतकों के साथ 3320 रन बनाये. वहीं वनडे क्रिकेट में केर्न्स ने 215 मैचों में 32.81 की औसत से 201 विकेट के साथ 29.46 के औसत से 4950 रन भी अपने नाम दर्ज किए. साल 2010 में उन्होंने दुबई में डायमंड बिजनेस किया, मगर साल 2013 में उन पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगा जिसकी वजह से उनका पैसा जब्त कर लिया गया. इतना ही नहीं हालात इतने खराब हो गए कि परिवार चलाने के लिए उन्हें न्यूजीलैंड में बस की साफ सफाई का काम करना पड़ रहा है.
जनार्दन नवले
भारतीय टेस्ट क्रिकेट के पहले विकेटकीपर बल्लेबाज जनार्दन नवले ने अपना पहला मैच साल 1932 में खेला था. नवले ने टीम इंडिया के लिए 2 टेस्ट मैच खेले जिनमें 10.5 की औसत से 42 रन बनाए. खबरों की मानें तो उनकी जिंदगी का आखिरी वक्त काफी कठिनाइयों में बीता. कहते हैं जनार्दन नवले ने मुंबई की सड़कों पर बैठ कर भीख भी मांगी थी. उससे पहले वो एक शुगर मिल में काम कर अपना गुजारा कर रहे थे.