बिहार में लगातार बारिश होने से विभिन्न जिलों में बाढ की स्थिति गंभीर हो गई है। राज्य के 11 जिलों के 25 लाख से अधिक लोगों पर बाढ का असर पडा है। दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज, सुपौल और चंपारण में स्थिति सबसे खराब है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक राज्य की 110 सडके बाढ से क्षतिग्रस्त हो गई हैं और 28 सडकों पर यातायात पूरी तरह ठप्प हो गया है। वहीं पूर्व मध्य रेलवे के दरभंगा-समस्तीपुर रेल सेक्शन पर रेल गाडियों का यातायात लगातार पांच दिन भी बंद रहा।जबकि पांच लाख हेक्टेयर जमीन पर खडी फसलें भी बाढ से तबाह हो गई हैं। खबर के मुताबिक
बिहार में भारी वर्षा और बाढ से करीब दो हजार करोड रूपये मूल्य की फसलें तबाह हुई हैं।
राज्य सरकार की ओर से बाढ राहत और बचाव के उपाय तेज कर दिए गए हैं। राष्ट्रीय और राज्य आपदा मोचन बलों की 25 टीमें इसमें मदद कर रही हैं। अब तक करीब एक लाख 70 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। 15 हजार से अधिक लोग राज्य में 29 राहत शिविरों में रह रहे हैं। बाढ पीडितों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए सात सौ तीन लंगर चलाए जा रहे हैं।
बिहार में गंडक, बागमती और कमला बालान नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों में राज्य में दूर दूर तक वर्षा होने का पूर्वानुमान लगाया है।