नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के मौत की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है। मामले की जांच के लिए सीबीआइ की एक चार सदस्यीय स्पेशल टीम (एसआइटी) बना दी गयी है. इसका नेतृत्व गुजरात कैडर के आइपीएस अधिकारी मनोज शशिधर करेंगे. मनोज शशिधर का रिकॉर्ड है कि आज तक वे किसी भी जांच में नाकाम नहीं रहे हैं. टीम के बाकी सदस्य भी गहन जांच में माहिर हैं.
चार सदस्यों वाली एसआइटी में गगनदीप गंभीर और नुपूर प्रसाद को भी रखा गया है ताकि महिला आरोपियों से पूछताछ में दिक्कत न हो. मामले में अनिल यादव जांच अधिकारी रहेंगे. बता दें कि कई नेता और फिल्मी हस्तियां सुशांत की मौत की सीबीआइ जांच की मांग का रहे थे. सभी ने एकस्वर में सुशांत की मौत के जिम्मेदार लोगों को सामने लाने और उन्हें सजा दिलाने की मांग की है.
मनोज शशिधर, ज्वाइंट डायरेक्टर, सीबीआइ
गुजरात कैडर के 1994 बैच के आइपीएस मनोज शशिधर हाई-रिस्क और टेंशन के माहौल में काम करने के आदि हैं. खास बात यह है कि अब तक किसी भी जांच में वे नाकाम नहीं रहे हैं. उन्हें सीबीआइ में नो-नॉनसेंस अधिकारी के तौर पर जाना जाता है. पांच साल के लिए सीबीआइ में डेपुटेशन पर आये मनोज शशिधर जनवरी में सीबीआइ के ज्वाइंट डायरेक्टर बनाये गये हैं. कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने उनके नाम पर मंजूरी दी थी. मनोज विजय माल्या केस की जांच की निगरानी कर चुके हैं.
गगनदीप गंभीर डीआइजी, यूपी :
एसआइटी में बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली गगनदीप सिंह गंभीर भी शामिल हैं. 2004 बैच की गुजरात कैडर की आइपीएस गगनदीप इसके पहले भी कई गंभीर मामलों की जांच कर चुकी हैं. सीबीआइ में उन्हें घोटालों की जांच में महारथी माना जाता है. राजनीतिक दबाव की वह परवाह नहीं करतीं. तभी तो यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव की अवैध खनन मामले में भूमिका की जांच की जिम्मेदारी गगनदीप को ही सौंपी गयी थी. सृजन घोटाले और पत्रकार उपेंद्र राय मामले की जांच भी उन्होंने की.
नुपुर प्रसाद, एसपी सीबीआइ :
सीबीआइ में बतौर एसपी कायर्रत नुपुर प्रसाद 2007 बैच की एजीएमयूटी कैडर की आइपीएस अधिकारी हैं. बिहार के गया जिले के टिकारी की रहने वाली नुपूर को सीबीआइ की एक तेजतर्रार महिला अधिकारी के रूप में गिना जाता है. 2007 में उन्होंने दिल्ली पुलिस में डीसीपी शाहदरा के तौर पर करियर शुरू किया. हाल ही में उन्हें प्रमोशन देते हुए एसपी बनाकर सीबीआइ भेजा गया है. नुपुर इंदूभूषण प्रसाद की इकलौती बेटी हैं. सुशांत केस का जिम्मा मिलने के बाद नुपुर के गांव में खुशी का माहौल है.
अनिल कुमार यादव डीएसपी :
मध्यप्रदेश के व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की मौत की जांच कर चुके डीएसपी अनिल कुमार यादव मध्य प्रदेश से हैं. हत्या की जटिल जांच में वे कई बार अपनी काबिलियत साबित कर चुके हैं. बेहतर परफॉर्मेंस के निए उन्हें 2015 में पुलिस मेडल से नवाजा जा चुका है. व्यापमं से पहले वे कॉमनवेल्थ घोटाले और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में भी जांच टीम का हिस्सा रहे हैं. सुशांत ने सुसाइड किया या उसका मर्डर हुआ है, यह बताने में यादव की भूमिका अहम रहेगी.