भोपाल। अपने माता-पिता और प्रेमिका की हत्या करने वाले सिरियल किलर को बुधवार को बंगाल के बांकुड़ा के फास्ट ट्रैक कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुना दी। उदयन दास को मंगलवार को कोर्ट ने इस केस में दोषी पाया था। बुधवार को अतिरिक्त जिला न्यायधीश सुरेश विश्वकर्मा ने सजा सुनाई है। उदयन के वकील अभिषेक विश्वास ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि इस फैसले को वह हाईकोर्ट में चुनौती देंगे।
कौन है उदयन
सीरियल किलर उदयन अपनी माता-पिता का इकलौता संतान था। उसके पिता में भेल में नौकरी करते थे और वह रायपुर में रहते थे। वहीं, मां भोपाल में एक सरकारी विभाग में डाटा विश्लेषक की नौकरी करती थी। उदयन के भोपाल, रायपुर और दिल्ली में अपने मकान थे। उसने फेसबुक पर कई फर्जी आईडी क्रिएट किए थे। कभी लोगों से वह कहता था कि मैं अमेरिका में नौकरी करता हूं, तो कभी खुद को बिजनेसमैन बताता था।
2007 में आकांक्षा शर्मा के संपर्क में आया
उदयन दास एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ही 2007 में बांकुड़ा की आकांक्षा शर्मा के संपर्क में आया। उसने आकांक्षा को बताया कि वह अमेरिका में नौकरी करता था। उसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। बातचीत का सिलसिला यह प्यार में बदल गया। अमेरिका में नौकरी के नाम पर आकांक्षा घर से निकल गई। आकांक्षा जून 2016 में दिल्ली में आकर उदयन से मिली। उसके बाद भोपाल के साकेत नगर स्थित उसके घर आकर लिव इन में रहने लगी।
आकांक्षा उदयन के साथ रहने लगी थी। उसके घर के लोग जानते थे कि वह अमेरिका में नौकरी कर रही है। भोपाल आने के बाद उसके सामने उदयन की सच्चाई सामने आने लगी थी। इसे लेकर उसके और उदयन में विवाद होता था। उदयन ने आकांक्षा से लाखों रुपये हड़प लिए थे। 23 जुलाई 2016 को उदयन ने आकांक्षा की हत्या कर दी। उसके बाद वह व्हाट्सएप चैट के जरिए आकांक्षा बन कर
उसके घर वालों से बात करता था। दिसंबर में आकांक्षा का घर वालों से संपर्क टूट गया था। जनवरी 2017 में आकांक्षा के परिजनों ने बांकुड़ा में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
भोपाल में लोकेशन
बांकुड़ा पुलिस ने जब इस केस की जांच शुरू की तो भोपाल के साकेत नगर इलाके में आकांक्षा की आखिरी लोकेशन मिली थी। उसके बाद आकांक्षा शर्मा का कॉल डिटेल निकाला तो उदयन दास के बारे में जानकारी मिली। उसके बाद बंगाल पुलिस भोपाल पहुंची। 2 फरवरी 2017 को उदयन को गोविंदपुरा पुलिस के सहयोग से गिरफ्तार कर लिया।
घर में दफना दिया था शव
पुलिस पूछताछ में वह बहुत सख्ती के बाद टूटा था। उदयन दास ने पुलिस के सामने कबूल किया था कि प्रेमिका आकांक्षा शर्मा की हत्या उसने गला दबा कर की है। घर के बगल में स्थित बिल्डिंग मटेरियल की दुकान से उसने सामान लाया था। घर में प्रेमिका के शव को दफन कर उसने चबूतरा बना दिया।
आरोपी ने यह भी पुलिस के सामने स्वीकार किया था कि वह प्रेमिका के शव पर ही बैठ कर शराब पीता था। उसे अपने किए पर कतई अफसोस नहीं था। बाद में पुलिस ने कब्र को खोद कर शव निकाला था। उदयन का साकेत नगर में दो मंजिला मकान है। नीचे का हिस्सा किराए पर था।
माता-पिता को बागीचा में दफनाया
उदयन अपने रिश्तेदारों से कहता था कि उसके माता-पिता अमेरिका में रहते हैं। प्रेमिका की हत्या के बाद ही उसने स्वीकार किया था कि 2010 में ही उसने माता-पिता को रायपुर स्थित आवास पर मार दिया था। दोनों को मार कर वह बगीचे में दफना दिया था। उसके बाद फर्जी तरीके से वह माता-पिता के नाम पर पेंशन भी निकालता रहा।