दुमका। केंद्रीय कारा में बंद कैदी की इलाज के दौरान शुक्रवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल, दुमका में कैदी वार्ड में मौत हो गई। मृतक कैदी लकड़ी व्यवसायी संतोष महरिया(58) बिहार के बौंसी निवासी है। वर्तमान में नगर थाना क्षेत्र के बिजली ऑफिस कार्यालय के समीप रह रहा था। मौत के बाद परिवार वाले ने अस्पताल प्रबंधन पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। परिजनों ने चिकित्सकों पर गलत व्यवहार का आरोप लगा हंगामा करते रहे। सूचना पाकर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, जहां परिजनों को समझा-बुझाकर शंत करवाय। परिजनों ने ड्यिटी पर तैनात चिकित्सकों का नाम पता कर नगर थाना में लिखित शिकायत भी किया है।
गौरतलब है कि बंदी संतोष मेहरिया बीते 17 अगस्त को सरैयाहाट थाना क्षेत्र में अवैध लकड़ी का कारोबार में संलिप्तता को लेकर जेल गया था। परिजनों ने बताया कि बीते मंगलवार को हाई सुगर और ब्लड प्रेशर होने पर इलाज के लिए बुधवार को मेडिकल कॉलेज अस्पताल के कैदी वार्ड में भर्ती करवाया गया, जहां चिकित्सकों को कई बार बेहतर इलाज के लिए आग्रह किया गया। लेकिन चिकित्सक लापरवाही बरतते रहे। शुक्रवार अहले सुबह करीब तीन बजे संतोष मेहरिया ने दम तोड़ दिया। मौत की खबर पर परिजन अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। बाद में पुलिस के हस्तक्षेप पर मामला शांत हुआ। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। नियमतः पोस्टमार्टम से पहले कोविड-19 की जांच की गई, जहां मृतक बंदी कोरोना पॉजिटिव निकल गया।