नई दिल्ली. मेवा का कारोबार करने वालों के लिए इस दीवाली का बाज़ार खासा चौंकाने वाला है. सर्दियों की आमद और दीवाली पर दिए जाने वाले गिफ्ट के चलते अक्टूबर में मेवा बाज़ार गर्म रहता था. जामा मस्जिद और खारी बावली में बैठे थोक कारोबारियों को क्विंटल के हिसाब से ऑर्डर मिलने लगते थे. या यों कहिए कि ऑर्डर पूरे किए जाने का वक्त होता था. लेकिन कई सालों बाद इस मौके पर भी मेवाओं के दाम गिरे हुए हैं. बावजूद इसके ग्राहक नहीं हैं. मिठाई कारोबारियों की मानें तो ऐसा भी नहीं है कि दीवाली पर गिफ्ट देने वाले मिठाई की तरफ लौट आए हैं.
300 रुपये किलो तक कम हुए काजू, बादाम पिस्ता के दाम
चित्ती कब्र, जामा मस्जिद के पास मसालों और मेवा का थोक-रिटेल दोनों कारोबार करने वाले नूरी मसाले के संचालक मौहम्मद आज़म ने बताया, “हम 90 साल से इस कारोबार में हैं. लेकिन ऐसा बाज़ार हमने आजतक नहीं देखा है. सर्दियों की आमत अक्टूबर और दीवाली को देखते हुए यह वक्त पूरी तरह से मेवा बाज़़ार का हुआ करता था. दूसरा यह कि शादी-ब्याह के ऑर्डर भी आते थे. लेकिन बड़े ही अफसोस की बात है कि सीजन में मेवा के दाम गिर रहे हैं. मेवा पर इतना फर्क तो गर्मी में भी नहीं आता है.” मौहम्मद आज़म के अनुसार
(1) अमेरिकन बादाम 900 से 660 पर आ चुका है.
(2) काजू 1100 से 950 रुपये किलो पर आ चुका है.
(3) पिस्ता 1400 से 1100 रुपये किलो पर आ चुका है.
(4) किशमिश 400 रुपये किलो से उतरकर 350 पर बिक रही है.