बिहार के भागलपुर जिले की पीरपैंती विधानसभा सीट पर यहां के विधायक रामविलास पासवान एक बार फिर आरजेडी के टिकट पर लड़ने जा रहे हैं. इस विधानसभा सीट के बारे में न जानने वालों के लिए विधायक जी का नाम थोड़ा चौंका सकता है. क्योंकि उनका नाम जेडीयू के पूर्व प्रमुख से मिलता है. मगर विधायक जी के बारे में इससे भी ज्यादा चौंकाने वाली बात ये है कि उनके पिता उधाली पासवान एक बार फिर से बेटे के सीट पर उनके ही खिलाफ चुनाव मैदान में हैं. एक और खास बात, इस बार भी दोनों लोगों ने एक ही साथ, अपना-अपना नामांकन दाखिल किया. बेटे ने आरजेडी की तरफ से तो पिता ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में.
विधायक रामविलास और उनके पिता उधाली इससे पहले तीन बार एक साथ नामांकन दाखिल कर चुके हैं. सबसे पहले दोनों लोगों ने प्रधान पद के लिए एक साथ नामांकन किया था. इसके बाद रामविलास दो बार विधानसभा चुनाव लड़े तो दोनों ही बार पिता भी नामांकन में साथ रहे और अपना भी पर्चा दाखिल किया. दोनों ही लोग चुनाव भी लड़ते हैं. ये बात अलग है कि पिता अपने लिए चुनाव प्रचार नहीं करते.
पिता-पुत्र के इस जोड़ी नामांकन के पीछे क्या वजह है, इस पर परिवार के लोग कुछ नहीं बोलते. हालांकि परिवार से जुड़े लोगों का कहना है कि विधायक पिता का नामांकन आपात स्थिति के लिए दाखिल कराते हैं. किन्हीं कारणों से अगर उनका नामांकन खारिज होता है तब वह अपने पिता के लिए चुनाव प्रचार करेंगे. यदि नामांकन स्वीकार होता है तो भी पिता का पर्चा वह वापस नहीं कराते हैं.