रामगढ़। जिले के गोला रेलवे साइडिंग पर 16 अक्टूबर को हुए गोली कांड का उद्भेदन पुलिस ने कर लिया है। एसपी प्रभात कुमार ने सोमवार की शाम इस मामले में 4 लोगों की गिरफ्तारी की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि इस गोलीकांड की साजिश रेलवे साइडिंग पर अपना कब्जा स्थापित करने के लिए कांग्रेसी नेता भोला दांगी ने रची थी। उनके द्वारा चार अपराधियों को हायर किया गया था। उन्हें ₹500000 देने की बात भी कही गई थी। जिन अपराधियों ने गोला रेलवे साइडिंग पर सुरक्षा करने पर गोली चलाई थी उन सभी 4 लोगों को पकड़ लिया गया है। गिरफ्तार लोगों में पतरातू थाना के रोचप गांव निवासी तबरेज अंसार, हजारीबाग जिले के बड़कागांव थाना क्षेत्र अंतर्गत चेपा खुर्द निवासी डेविड विश्वकर्मा, सिकरी कोचाटोली निवासी लोकन महतो और भगवान बागी गांव निवासी संदीप कुमार सोनी को गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से 9 एमएम का एक पिस्तौल, पांच जिंदा गोली, 315 बोर की दो गोली, एफजेड मोटरसाइकिल जेएच 02 बीबी 0604 और पल्सर जेएच 02 एएम 2342 को जप्त किया गया है।
गोली चलाने के लिए अपराधियों को दिए गए थे एक लाख
एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गोला रेलवे साइडिंग का काम बोला दांगी खुद लेना चाह रहे थे। जिसके कारण पूर्व में काम कर रहे ठेकेदार को परेशान करने के लिए वहां पर दहशत फैलाने की साजिश उन्होंने रची। रेलवे साइडिंग पर किसी भी व्यक्ति के ऊपर गोली चलाने के लिए अपराधियों को किराए पर बुलाया गया था। वहां किसी को जान से मारने के लिए नहीं बल्कि हाफ मर्डर की योजना थी। इसके एवज में भोला दांगी ने एडवांस के रूप में ₹100000 दिया था। काम होने के बाद कुल ₹500000 दिए जाने थे। उन्होंने तबरेज अंसारी से संपर्क कर पूरी योजना बनाई। तबरेज अंसारी के द्वारा संदीप कुमार सोनी से संपर्क किया गया। संदीप सोनी ने जब हामी भरी तो फिर डेविड विश्वकर्मा, सरोज मेहता और लोकन महतो को इस योजना में शामिल किया गया।
45000 में खरीदे गए तीन हथियार
एसपी ने बताया कि इस योजना को अंजाम देने के लिए ₹45000 में तीन हथियार संदीप कुमार सोनी के द्वारा खरीदा गया था। इसके बाद संदीप सोनी, सरोज मेहता से तीन हथियार लेकर आया। घटना के पूर्व इन लोगों ने तीन चार बार गोला रेलवे साइडिंग की रेकी की थी। इसके बाद घटना के दिन शाम को 3 मोटरसाइकिल से वे गोला पहुंचे। एक मोटरसाइकिल में डेविड विश्वकर्मा था। उसके साथ लोकन महतो एवं सरोज मेहता गोला रेलवे साइडिंग की ओर हथियार के साथ गए। तबरेज ने बताया कि वह रोड में खड़ा होकर पुलिस की गतिविधि को देख रहा था। इसके कुछ देर बाद तीनों लोग रेलवे साइडिंग की ओर से तेजी से आए और फिर उसे बताया कि काम हो गया। इन लोगों ने गोलीबारी कर वहां से भागने का प्लान बनाया। लोकन महतो, डेविड विश्वकर्मा और सरोज मेहता बड़कागांव की ओर चले गए। संदीप सोनी के साथ तबरेज अंसारी ने इनायत अंसारी के घर कुंदरूकला गए। वही सभी हथियार को छुपा दिया। तबरेज अंसारी और संदीप कुमार सोनी ने अपने छुपने के लिए हजारीबाग और बड़कागांव क्षेत्र को चुना।