रामगढ़। जिले में निर्माण के दौरान ही मनरेगा से आवंटित एक कुएं के मिट्टी धंस गई। इसमें दबकर दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि एक मजदूर गंभीर रूप से घायल है। इस मामले की पुष्टि दुलमी प्रखंड के बीडीओ विजय नाथ मिश्रा ने की है। उन्होंने बताया कि मृतकों में जामसिंह गांव निवासी बरतू महतो और दुलमी निवासी धनेश्वर मुंडा शामिल हैं। जबकि जामसिंग निवासी नरेश महतो व जामुआबेड़ा निवासी सुनील बेदिया को चोट आई है, जिन्हें रामगढ़ सदर अस्पताल ईलाज के लिए ले जाया गया है।
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने बताया कि दुलमी निवासी खरोधर महतो अपने मनरेगा कूप में पटाई का कार्य कर रहे थे। सोमवार को इस कूप में नौ मजदूरों द्वारा कुआं पटाई का कार्य किया जा रहा था। उसके चार मजदूर कुआं के नीचे मौजूद थे। जबकि पांच ऊपर पटाई के काम में लगे थे। पिछले सात दिनों से हुई लगातार बारिश की वजह से मिट्टी भी काफी गीली हो गई थी। काम करने के दौरान ही अचानक कुएं के ऊपरी सतह का मिट्टी धंसकर मजदूरों पर जा गिरा। जिससे कुआं के नीचे काम कर रहे चार मजदूर मिट्टी में दब गए। ग्रमीणों की मदद से तत्काल दो मजदूर को निकाला गया। जबकि दो मजदूर मिट्टी के एकदम निच्चे दब गए थे। लोगों की काफी मशक्कत के बाद अन्य दोनों मजदूरों को भी निकाला। तबतक दोनों की जान जा चूंकि थी।
बीडीओ ने मृतक के आश्रितों को एक लाख का मुआवजा देने की घोषणा की
घटना के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए ले जाने के दौरान मृतक के परिजनों ने मुआवजा की मांग की। इस दौरान दुलमी बीडीओ विजयनाथ मिश्रा ने मृतक के परिजनों को 75000 रुपया मनरेगा व 25 हजार रुपया सामाजिक सुरक्षा योजना से कुल एक लाख रुपया दोनों के परिजनों को देने की घोषणा की। जिसके बाद रजरप्पा पुलिस द्वारा शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। बीडीओ ने बताया कि दोनों मृतक मनरेगा मजदूर है। लेकिन 15 दिन पूर्व ही बारिश को देखते हुए मनरेगा कार्य बंद करने का निर्देश दिया गया था।