जिनेवा। डेल्टा (Delta Variant) का नया रूप यानी डेल्टा प्लस भी सामने आ गया है, जो डेल्टा वैरिएंट में हुए म्यूटेशन की वजह से बना है. वायरस के हावी होने में सक्षम स्वरूपों को एक जैविक लाभ मिलता है, जो है म्यूटेशन (उत्परिवर्तन).
इसके जरिए ये स्वरूप लोगों के बीच बहुत ही आसानी से फैलते हैं.
बता दें कि who की तरफ से डेल्टा प्लस को कोरोना वायरस का सबसे खतरनाक वैरिएंट माना जा रहा है. कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा, अभी तक ये चार वैरिएंट सामने आए हैं.
जानकारी के मुताबिक अभी कोई भी वैक्सीन इस वैरिएंट के खिलाफ असर नही दिखा रही।
हालांकि, रूस के डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट फंड (RDIF) का दावा है कि स्पूतनिक V कोरोना वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ ज्यादा असरदार है. इस बीच, महाराष्ट्र में डेल्टा वैरिएंट के 21 मामले सामने आए हैं. राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने यह जानकारी दी है.
केरल में भी डेल्टा प्लस कम से कम तीन मामले सामने आए हैं.
बता दें कि कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आशंका के मद्देनजर सभी राज्यों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.