खूँटी। मुहर्रम पर्व को लेकर आज उपायुक्त-सह-जिला दंडाधिकारी शशि रंजन ने सभी संबंधित पदाधिकारियों के साथ विधि व्यवस्था की बैठक आयोजित की गई। मौके पर मुख्य रूप से पुलिस अधीक्षक आशुतोष शेखर, अनुमण्डल पदाधिकारी सैयद रियाज़ अहमद, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, सभी अंचल अधिकारी, सभी थाना प्रभारी व अन्य उपस्थित थे।
इस दौरान मुहर्रम पर्व के दौरान जिले में सुदृढ़ विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु विचार विमर्श कर आवश्यक दिशा निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया गया। कोरोना के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा किसी भी प्रकार के धार्मिक, सामाजिक, राजनीतिक कार्यक्रम आयोजन नहीं करने का दिशा निर्देश प्राप्त है। उपायुक्त ने कहा कि सभी लोग जारी दिशा-निर्देशों का पालन करें यह सुनिश्चित किया जाय। इसके अलावा पर्व के दौरान साफ-सफाई के साथ-साथ सामाजिक दूरी का अनुपालन एवं मास्क का उपयोग करते हुए सौहार्दपूर्ण वातावरण में त्यौहार मनाए। आगे उपायुक्त ने कहा कि किसी भी प्रकार के जुलूस निकालने पर रोक रहेगी। कहीं पर भी भीड़ एकत्रित ना हों। उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण के मद्देनजर हमें विशेष सावधानी एवं एहतियात बरतने की आवश्यकता है, ताकि शांति एवं भाईचारे के साथ आगामी त्योहारों को संपन्न कराया जा सकें। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि सभी थाना प्रभारी अपने-अपने स्तर से सभी संवेदनशील स्थानों पर भ्रमणशील रहकर विधि व्यवस्था बनाये रखें। विधि व्यवस्था बनाए रखने हेतु सभी संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी/पुलिस बल सजग रहते हुए कार्य करें।
मुहर्रम पर्व के दौरान विधि व्यवस्था एवं शांति व्यवस्था बनाए रखने हेतु सभी थाना प्रभारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी संवेदनशील स्थानों का दौरा करेंगे और हर स्थिति में शांति समिति की बैठक करेंगे जिसमें सभी समुदाय के लोग उपस्थित रहेंगे। जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय, खूंटी में कार्यरत रहेगा, जिसका दूरभाष संख्या 06528-221755 है। उन्होंने बताया कि किसी भी प्रकार का आपत्तिजनक कार्यों पर दोषी व्यक्ति के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इसके अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी अंचल अधिकारी व थाना प्रभारियों को आपसी समन्वय के साथ हर प्रकार के जनहित के कार्यों में अहम भूमिका निभाने की बात कही। उन्होंने कहा कि हम सभी का प्रयास होना चाहिए कि सुरक्षा के साथ-साथ आमजनों की सुविधा का भी ध्यान रखा जाय। उन्होंने कहा कि जिला अंतर्गत मुख्य मानकों पर सुधार आवश्यक है। इसमें आधारभूत संरचना, ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं, सुरक्षा व लोगों की समस्याओ का ससमय निराकरण सुनिश्चित करते हुए बेहतर प्रशासन की परिकल्पना सम्भव होगी। उन्होंने कहा कि जिले के शैडो एरिया जहां नेटवर्क कनेक्टिविटी की समस्या है वहां विशेष रूप से नेटवर्क कनेक्टिविटी के लिए कार्य किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिले में पर्यटन को विकसित कर रोजगार सृजन करना एवं विकास की योजनाओं को धरातल पर सफल बनाते हुए लोगों को लाभान्वित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें पुलिस प्रशासन की भी अहम भूमिका है। आगे उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के कारण उतपन्न अफवाहों से लोग प्रभावित होते हैं। जिस प्रकार कोरोना काल में हम सभी ने एकजुड़ होकर बेहतर कार्य करने का परिचय दिया है उसी प्रकार हमें एकजुट होकर एकता के साथ प्रगति की ओर अग्रसर होना है। अब हम दिग्भ्रमित विचारों से निकल प्रगति की ओर बढ़ रहे हैं। आवश्यकता है सुदूर क्षेत्र के भी हर व्यक्ति को मुख्यधारा से जोड़ने की।