खूँटी। जिले के तोरपा प्रखण्ड क्षेत्र के लोगों के लिए आज ब्लैक मंडे साबित हुआ। इस क्षेत्र में हुई चार सड़क दुर्घटनाएँ हुई, जिनमें दो चालकों की मौत हो गयी, जबकि चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गये हैं। आज सुबह खूंटी-सिमडेगा मुख्य मार्ग पर तोरपा थाना क्षेत्र के कुल्डा जंगल में सुबह लगभग पौने नौ बजे ट्रक और ट्रक के बीच हुई सीधी भिड़ंत में दोनों चालकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी। घटना के कुछ ही देर बाद उसी स्थान पर लोहे की छ़ड़ लदा ट्रैलर पेड़ से टकरा गया। इससे चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। अभी अस्पताल और पुलिस प्रशासन के लोग दो-दो दुर्घटनाओं से निपट ही रहे थे कि अपराह्न लगभग साढ़े तीन बजे तोरपा के ही चुरगी नदी मोड़ के पास एक ट्रैलर चालक ने सड़क किनारे पेड़ पर टक्कर मार दी। इससे चालक साजन खान और खलासी प्रेम महतो घायल हो गये। पुलिस और स्थानीय लोगों की मदद से उन्हें दुर्घटनाग्रस्त ट्रक से बाहर निकाला गया। ट्रक धनबाद से झारसुगुड़ा ओड़िशा जा रहा था। इसके लगभग एक घंटे बाद ही चुरगी नदी से एक किलोमीटर दूर दियांकेल गांव के पास गुप्ता नामक यात्री बस ने एक बाइक सवार को ठोकर मार दी। इससे बाइक सवार गंभीर रूप से घायल हो गया। अत्यंत नाजुक स्थिति में उसे रेफरल अस्पताल भेजा गया, जहां से उसे रिम्स रेफर कर दिया गया। सुबह कुल्डा जंगल के पास हुई ट्रैलर और ट्रक की भिड़ंत इतनी भीषण थी कि दोनों वाहनों के परखच्चे उड़ गये। इस दुर्घटना में ट्रक का खलासी हनीफ खान गाड़ी में ही फंस गया था। काफी मशक्कत के बाद उसे गाड़ी से निकाल कर रेफ़रल अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रिम्स रेफर कर दिया गया। गैस कटर से ट्रक को काटकर चालक पप्पू राम चौधरी के शव को बाहर निकाला गया। टक्कर के कारण दूसरे ट्रैलर की केबिन कटकर 10 मीटर दूर जा गिरी थी, जिसमें फंसकर चालक जमाल खान मौत हो गई। जानकारी अनुसार, एक ट्रक एन एल01 जी 1309 ओड़िशा के संलबलपुर से बंगाल के दुर्गापुर माइल स्टोन के लेकर आ रही थी। चालक जमाल खान बंगाल नियामतपुर के न्यू नबीनगर आसनसोल का रहने वाला था। बोरिंग में डालने वाला मिट्टी लेकर जा रहे ट्रैलर आरजे 19जीएफ 2513 जोधपुर से राउरकेला जा रहा था। दुर्घटना में मारा गया चालक पप्पू राम चौधरी राजस्थान के बालेश्वर थाना क्षेत्र के अंगलोई का रहने वाला था, वहीं खलासी हनीफ खान राजस्थान के बाड़मेर रिजोली थाना क्षेत्र के कार्नीचर का रहने वाला है।
कारो नदी और चुरगी नदी के पास बार—बार हो रहा है दुर्घटना
खूँटी-सिमडेगा रोड पर तोरपा थाना क्षेत्र के जिस कारो नदी मोड़ और चुरगी नदी मोड़ के पास सोमवार को जहां सड़क दुर्घटना हुई, वह क्षेत्र काफी खतरनाक माना जाता है। चुरगी नदी के पास जिस स्थान पर ट्रक पेड़ से टकराया, उसी स्थान में 25 अगस्त को कार के पेड़ से अकराने से चार लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गयी थी। विधायक कोचे मुंडा के निर्देश के बाद उस स्थान पर स्पीड ब्रेकर बनाया गया है, पर चेतावनी का कोई साइन बोर्ड नहीं लगाया गया है। इस स्थान पर चार महीनों के अंदर एक दर्जन से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। यही स्थिति कारो नदी मोड़ के पास की है। वहां न तो गति अवरोधक बनाया गया है और न ही चेतावनी संबंधी कोई बोर्ड लगाया गया है।
सड़क की अत्यधिक चिकनाई के कारण हो रही हैं दुर्घटनाएँ
स्थानीय लोगों का मानना है कि सड़क की मरम्मत के नाम सड़क निर्माता कंपनी शिवालया द्वारा सड़क पर केमिकलयुक्त अलकतरा को भारी मात्रा में डाल दिया गया है। इसके कारण सड़क काफी चिकनी हो गयी हैं। इस सड़क पर वाहन चलाने वाले कहते हैं कि हल्की बारिश होने के बाद गाड़ी में ब्रेक लगाने पर गाड़ी फिसलकर दूसरी ओर चली जाती है। 25 अगस्त की दुर्घटना के बाद ही विधायक कोचे मुंडा ने सड़क से चिकनाई हटाने का निर्देश दिया था, पर न तो विभाग ने इस ओर ध्यान दिया और न ही प्रशासन ने। इसका परिणाम एक-एक दिन में चार-चार सड़क दुर्घटनाएँ देखने को मिल रही हैं।