नई दिल्ली। जानवरों के व्यवहार पर काम करने वाली एक महिला विशेषज्ञ ने दावा किया है कि जानवर के पास उन चीजों को देखने की भी क्षमता होती है जिसे इंसान कभी नहीं देख सकते हैं. महिला ने दावा किया यह सबकुछ इस बात पर निर्भर करता है कि पालतू जानवर के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और उससे किस तरह बातचीत करते हैं.
लोरी स्पगना नाम की यह महिला पशुओं को समझने वाली विशेषज्ञ और ‘एनिमल्स इन द आफ्टरलाइफ’ की लेखिका हैं. बेस्ट ऑफ कोस्ट टू कोस्ट पॉडकास्ट पर बोलते हुए, उन्होंने दावा किया कि जानवर “ऊर्जा की सार्वभौमिक भाषा” बोलते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपने आसपास की दुनिया को मनुष्यों के नजरिए से अलग तरह से देखते हैं.
लोरी ने सुझाव दिया कि मनुष्य उन जानवरों की मानसिक क्षमताओं से लाभान्वित हो सकते हैं जिनके साथ उनका बेहतर संबंध हैं. हालांकि पालतू जानवरों से बात करने में सक्षम होने का कोई ठोस सबूत नहीं है.
उदाहरण के तौर पर लोरी ने स्वीकार किया कि बिल्लियां “आमतौर पर अन्योन्याश्रित” हैं, और “वे गैर-भौतिक अंतःआयामी क्षेत्रों में प्राणियों की पहचान करने में मनुष्यों से ज्यादा बुद्धिमान होती है. उसने समझाया कि बिल्लियां उन चीजों को देखने में भी सक्षम हैं जिनके बारे में मनुष्य कुछ नहीं जानते हैं.
लोरी ने दावा किया कि “बिल्लियां उन चीजों को अपने में समाहित करने में बहुत अच्छी होती हैं ताकि वे अपने मनुष्यों (मालिक या परिवार) के जीवन में हस्तक्षेप न करें.”