रांची। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने झारखंड ई विद्या वाहिनी में शिक्षकों और छात्रों के आंकड़ों के सत्यापन में आधार अनिवार्य कर दिया है। इससे आंकड़ों का फर्जीवाड़ा रुकेगा और वित्तीय अनियमितता पर अंकुश लगेगा। इसे लेकर राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमार पासी ने आदेश जारी किया है।
उन्होंने इस संबंध में राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों तथा जिला शिक्षा अधीक्षकों को आंकड़ों के सत्यापन तथा अपडेट करने का भी कार्य शीघ्र पूरा करने का निर्देश दिया है। किरण कुमार पासी के अनुसार ई विद्या वाहिनी पोर्टल पर शिक्षकों एवं छात्रों के आंकड़े संग्रहित किए गए हैं। आंकड़े सत्यापित नहीं होने के कारण विभाग इन आंकड़ों का प्रयोग वित्तीय लेन देन अथवा संवेदनशील कार्यों के लिए नहीं कर पा रहा है।
उन्होंने निर्देश देते हुए कहा है कि विद्यालयों में कार्यरत सभी शिक्षकों के आंकड़ों का सत्यापन या अपडेट करने के कार्य शिक्षक के कोटि अनुसार जिला शिक्षा पदाधिकारी या जिला शिक्षा अधीक्षक के स्तर से 30 अक्टूबर तक पूर्ण किया जाना है।