नई दिल्ली। दक्षिण अफ्रीका से कर्नाटक आए सभी लोगों की कोरोना की जांच की गई थी. इसमें जिन दो लोगों में कोरोना का संक्रमण पाया गया है, उनके सैंपल लैब में भेज दिए गए हैं, ताकि उनमें कौन सा वैरियंट है इसका पता लग सके. बता दें कि कोरोना के इस नए खतरे को लेकर पूरे विश्व में अफरातफरी मची हुई है. कोविड-19 का नया वैरियंट दुनियाभर में हड़कंप मचा रहा है. लिहाजा हाल ही में साउथ अफ्रीका से आए 94 लोगों की कोविड जांच की गई है. इसमें से दो लोग कोविड पॉजिटिव पाए गए हैं. हालांकि उनमें कौन सा वैरियंट है, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है. इसका जीनोम सीक्वेंसिंग के जरिए पता लगाया जाएगा.
नए वेरिएंट से खतरे के बीच शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की। कुछ राज्य सरकारें भी हरकत में आ गई हैं। कोरोना के इस खतरनाक वेरिएंट से निपटने के लिए क्या-क्या तैयारियां हो रही हैं, राज्य सरकारों ने अब तक क्या कदम उठाए हैं? आइए, यहां इसके बारे में सब कुछ जानते हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने शुक्रवार को कोरोना के नए वेरिएंट का क्लासिफिकेशन किया। इसे ‘वेरिएंट ऑफ कंसर्न’ के तौर पर क्लासिफाई किया गया है। डब्लूएचओ ने इसे ओमीक्रॉन नाम दिया है। इस सप्ताह पहली बार इस वेरिएंट की पहचान दक्षिण अफ्रीका में हुई। यह स्ट्रेन बोत्सवाना सहित आसपास के देशों में फैल गया है। इसने पूरी तरह से वैक्सीनेटेड लोगों को भी संक्रमित किया है। B.1.1.529 के नाम से जाने जा रहे कोरोना के इस प्रकार को ‘बोत्सवाना वेरिएंट’ भी कहा जा रहा