रांची। आपके अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत सरकार खुद जनता के पास पहुंच रही है। राज्य के सभी जिलों में बड़ी संख्या में आम जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान निकाला जा रहा है। शिकायतों के निबटारे के साथ लोगों को जनोन्मुखी योजनाओं के लाभ से भी जोड़ा जा रहा है। जनता न सिर्फ प्रत्यक्ष रूप से इस कार्यक्रम से जुड़ रही है, बल्कि योजनाओं का लाभ भी उठा रही है। सरकार की योजनाओं से जनता को होनेवाले लाभ के विभिन्न जिलों से रोजाना सैकड़ों उदाहरण सामने आ रहे हैं।
गोड्डा के दिव्यांग विपुल कुमार का पेंशन आवेदन 15 मिनट में स्वीकृत
गोड्डा जिले के मंजवारा घाट पंचायत में आयोजित शिविर में विपुल कुमार नामक युवक को विवेकानंद नि:शक्त स्वावलंबन प्रोत्साहन पेंशन योजना का लाभ महज 15 मिनट में मिला। विपुल कुमार शिविर में पहुंचे थे। जब गोड्डा के प्रखंड विकास पदाधिकारी की नजर उन पर पड़ी, तो वह खुद विपुल के पास पहुंचकर उनकी समस्याओं को पूछा और 15 मिनट में ही विपुल के पेंशन आवेदन को स्वीकृति मिल गई।
यहां बता दें कि विपुल की पेंशन के लिए उसके परिजन पिछले चार सालों से प्रयासरत थे, पर शिविर में आने के बाद ऑन द स्पॉट मामले का निबटारा करते हुए विपुल को पेंशन की स्वीकृति का प्रमाणपत्र सौंपा गया।
सिमडेगा की सुनंदा का पांच मिनट में बना राशन कॉर्ड
सिमडेगा के शहरी क्षेत्र की महिला सुनंदा एक साल से राशन कार्ड बनवाने के लिए परेशान थीं। उन्हें पता चला कि आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत शिविर में उनका राशन कार्ड बन जायेगा। सुनंदा शिविर में पहुंची, जहां उनका राशन कार्ड पांच मिनट में ही बन गया। सुनंदा ने कहा कि वह काफी खुश हैं कि उनका राशन कार्ड इतनी जल्दी और आसानी से बन गया। उन्होंने सरकार की इस पहल के लिए धन्यवाद दिया।
जामताड़ा के 71 वर्षीय वृद्ध के पेंशन आवेदन को 30 मिनट में मिली स्वीकृति
जामताड़ा के नारायणपुर प्रखंड के नरोडीह पंचायत भवन में पेंशन देने की फऱियाद को लेकर पहुंचे 71 वर्षीय वृद्ध मिर्जा मरांडी के वृद्धावस्था पेंशन आवेदन को 30 मिनट में स्वीकृति मिल गई। मिर्जा मरांडी के पेंशन आवेदन को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने खुद अपने हाथों से भरा। पेंशन की स्वीकृति मिलते ही मिर्जा मरांडी के चेहरे पर मुस्कान छा गई। जानकारी के अनुसार वृद्ध मिर्जा मरांडी अपनी पेंशन के लिए पिछले पांच सालों से प्रयासरत थे। पर, आपके अधिकार आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत उनके आवेदन को तत्काल प्रभाव से स्वीकृति दी गई।
कुल 3,15,000 आवेदनों का हुआ निष्पादन
30 नवंबर 2021 को दिन के 3 बजे तक राज्य के सभी जिलों से कुल 6,50,000 आवेदन आये थे। इनमें से 3,15,000 आवेदनों का निष्पादन कर दिया गया था।