रांची। मोराबादी हुए गैंगवार के बाद रांची सहित राज्य के सभी जिलों के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और डीजीपी नीरज सिन्हा के नेतृत्व में महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में राज्य पुलिस के सभी बड़े अधिकारी शामिल थे. जिलों के सभी पुलिस अधीक्षक और डीसी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग में जुड़े थे.
बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह सभी जिलों के एसपी और डीसी को यह हिदायत दी कि वे अपने काम के प्रति जिम्मेवार बने और चौकन्ना रहे. उन्होंने साफ साफ कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. मुख्य सचिव के ने कहा कि सभी जिलों के असामाजिक तत्वों की पहचान करके ऐसे लोगों पर कड़ी निगरानी रखी जाए. भीड़-भाड़ वाले इलाकों, बाजार-बैंक-अस्पतालों के आसपास, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों आदि के करीब और इन्हें जोड़ने वाली सड़कों पर सुरक्षा के विशेष इंतजाम किये जाएं. शाम ढलते ही जिन स्थानों पर सन्नाटा पसरने लगता है. वहां, भी पुलिस की गश्त बढ़ाई जाए. पुलिस-प्रशासन की सक्रियता इस प्रकार रखनी है कि इससे अपराधियों में खौंफ बढ़े और आम लोगों में सुरक्षा का भाव आये.
बैठक में इस बात पर भी जोर दिया गया कि राज्य और जिलों की सीमाओं पर बेहतर समन्वय के साथ सुरक्षा कड़ी की जाएगी. बैठक के दौरान अंतरराज्जीय और अंतर जिला आवागमन पर भी निगरानी बढ़ाने का निर्देश दिया गया. यह भी हिदायत दी गई कि वाहनों के नंबरों की जांच भी करते ही रहना है. अपराधी वाहनों का नंबर बदल कर वारदात को अंजाम देते हैं. चेकिंग के दौरान इसपर भी ध्यान देना है. पड़ोसी राज्यों की पुलिस से बेहतर समन्वय स्थापित करते हुये अपराधियों पर पूरी तरह नकेल कसने की बात कही गई.
सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के दौरान जेलों पर भी खास नजर रखने की हिदायत दी गई है.
राजधानी रांची में सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी. यहां जिन स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लग पाये हैं. वहां जल्द से जल्द सीसीटीवी कैमरे लगाये जायेंगे.