रामगढ़। रामगढ़ पुलिस ने टीपीसी नक्सली संगठन के एक और मंसूबे को विफल कर दिया है। पुलिस ने ठेकेदारों से 50 लाख की लेवी मांगने वाले इस नक्सली संगठन के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया है। रामगढ़ एसपी प्रभात कुमार ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों में सुनील मुंडा, अभिषेक सिंह उर्फ टोलू, विक्की मुंडा उर्फ भगत, अभिषेक करमाली उर्फ कारू और राहुल मुंडा शामिल है। इन लोगों ने 12 मई की रात बासल थाना क्षेत्र के ग्राम-लेम में सिमरा नदी पर निर्माणाधीन पुल पर मजदूरों के साथ मारपीट, आगजनी तथा फायरिंग कर रंगदारी की मांग की थी।
नक्सलियों ने स्वीकार की लेवी की बात
एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गिरफ्तार सभी नक्सलियों ने संगठन के साथ अपने संबंध और लेवी वसूलने की बात स्वीकार की है। इन लोगों ने जिस वारदात को अंजाम दिया था उस के आलोक में बासल थाना कांड सं0-09/22, धारा-341/323/385 /
387 / 435 / 379 भा0द0वि0 एवं 27 आर्म्स एक्ट अंकित किया गया था। अपराधकर्मियों के पास से घटना में प्रयुक्त एक देशी पिस्टल, तीन जिन्दा गोली, एक देशी कट्टा, दो जिन्दा गोली बरामद किया गया। घटना में उपयोग में लाई गई तीनों मोटरसाईकिल को भी बरामद कर लिया गया है। जिसके लिये अलग से पतरातू थाना कांड सं0-87/22, धारा-25 (1-बी) ए/26/35 आर्म्स एक्ट एवं 17 सी0एल0ए0 एक्ट दर्ज किया गया है।
पतरातू के कुरबीच मुंडा टोली में टीपीसी का वर्चस्व
पतरातू क्षेत्र में जिस तरह नक्सलियों ने तांडव मचाया है उससे यह प्रतीत होता है कि उस पूरे इलाके में नक्सलियों की तादाद बढ़ती जा रही है। ऐसा ही एक इलाका पतरातु थाना क्षेत्र के कुरबीच मुंडा टोली भी है। टीपीसी के पांच सदस्यों को जब पुलिस ने पकड़ा तो उसमें से 4 लोग उस इलाके से निकले। एक अन्य अपराधी अभिषेक सिंह उर्फ टोलू बिहार राज्य के गया जिला अंतर्गत धनगांय थाना क्षेत्र के पंडारिया गांव की रहने वाला है।
मुख्य मास्टर माइंड थे सुनील और अभिषेक
पुल निर्माण कार्य में लगी कंपनी से लेवी मांगने और दहशत फैलाने के लिए की गई वारदात के मास्टरमाइंड सुनील और अभिषेक थे। छापेमारी के दौरान सुनिल मुण्डा के पास से एक लोडेड देशी पिस्टल एवं तीन जिन्दा गोली तथा एक रेडमी कंपनी का मोबाईल बरामद किया गया है। अभिषेक सिंह उर्फ टोलू के पास से एक देशी कट्टा तथा दो जिन्दा गोली। उन लोगों के पास से एक कॉपी भी मिला है जिसमें नक्सली संगठन टीपीसी से संबंधित बातें लिखी हुई हैं।