नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के बड़े कारोबारियों से सोमवार को मुलाकात की। मोदी ने आर्थिक विकास में सुधार लाने के तरीकों और रोजगार के अवसर पैदा करने के उपायों पर इन दिग्गज उद्योगपतियों और कारोबारियों के साथ व्यापक बातचीत की।
प्रधानमंत्री के साथ हुई इस बैठक में देश के सबसे अमीर शख्स और रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के चेयरमैन मुकेश अंबानी, टाटा ग्रुप के रतन टाटा, भारती एयरटेल के प्रमुख सुनील भारती मित्तल, अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी समेत सभी बड़े दिग्गज कारोबारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि चालू वित्त वर्ष 2019-20 के दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर) में सकल घरलू उत्पाद (जीडीपी) दर घटकर 4.5 फीसदी पर आ गया है, जबकि पहले तिमाही में जीडीपी की दर पांच फीसदी के स्तर पर था। यह पिछली 26 तिमाही में सबसे कम है। ऐसा माना जा रहा है कि विकास दर में गिरावट ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। इसलिए प्रधानमंत्री मोदी विकास दर को रफ्तार देने के लिए देश के दिग्गज कारोबारियों से चर्चा की है।
हालांकि, सरकार ने आर्थिक सुस्ती से निपटने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें सरकार ने कॉरपोरेट टैक्स में कटौती कर जहां कंपनियों को बड़ी राहत दी है। वहीं, रियल एस्टेट सेक्टर में छाई मंदी को दूर करने के लिए 20 हजार करोड़ रुपये का फंड बनाने की घोषणा की है। इसके अलावा साल (2019) के आखिरी दिन यानी 31 दिसम्बर को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 102 लाख करोड़ रुपये की नेशनल इंफ्रास्क्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (एनआईपी) की घोषणा की है। इसके अलावा वित्त मंत्री वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश किए जाने से पूर्व प्रत्येक सेक्टर के कारोबारी और उद्योग जगत के प्रमुखों से मिलकर उनके सुझाव ले रही हैं, ताकि 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट में उसे शामिल किया जा सके।