साहेबगंज: साहेबगंज जिले के उधवा के अंचल अधिकारी (CO) विक्रम महली का शव सोमवार को संदिग्ध अवस्था में उनके किराए के आवास में मिला। वह राजमहल में अंजनी नंदन चौरसिया के मकान में किराए पर रहते थे। सुबह घर में काम करनेवाली नौकरानी ने घर को अंदर से बंद देखकर CO के चालक मनोज को इसकी सूचना दी। मनोज ने फोन पर उनसे बात करने की कोशिश की, लेकिन फोन रिसीव नहीं हुआ। इसके बाद उन्होंने खिड़की से झांक कर देखा तो वह फर्श पर गिरे हुए थे। खिड़की से चेहरे पर पानी का छिड़काव किया, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इसके बाद मकान मालिक व अन्य लोगों को सूचना दी। बगल में ही कार्यपालक दंडाधिकारी विशाल पांडेय और थाना प्रभारी प्रणित पटेल रहते हैं। सभी पहुंचे और दरवाजे को तोड़कर अंदर गए।
2021 को उनकी पोस्टिंग उधवा में सीओ के रूप में हुई
इसके बाद राजमहल अनुमंडल अस्पताल के प्रभारी उदय टुडू को बुलाया गया। उन्होंने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, खाना टेबल पर रखा हुआ था। उनके शरीर पर सिर्फ एक गमछा था।
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बताया जाता है कि वह हाई शुगर के मरीज थे। 2021 को उनकी पोस्टिंग उधवा में सीओ के रूप में हुई । मूलत: वह रांची में केसारी बागान, चुटिया के रहनेवाले थे। पिछले साल विक्रम महली को डेंगू हो गया था। करीब एक माह तक वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान स्थित एक निजी नर्सिंग होम में इलाज कराये थे। उन्हें ब्लड प्रेशर, हृदय संबंधी कई तरह की बीमारी थी। रविवार की रात करीब आठ बजे घर का काम करनेवाली महिला खाना बनाकर गई थी। उसने बताया कि तीन रोटी बनाई थी, लेकिन साहब ने बस एक कौर खाया। आशंका जताई जा रही है कि तबीयत बिगड़ने पर वह बिछावन पर जाकर लेट गए। शुगर और ब्लड प्रेशर के लो होने के कारा उनकी मौत हो गई।