नई दिल्ली: झारखंड आजकल विभिन्न कारणों से सुर्खियों में है। एक ओर जहां राज्य की सियासत में अनिश्चितता बनी हुई है, वहीं अंकिता हत्याकांड राज्य की दिन-ब-दिन बिगड़ती कानून व्यवस्था की वास्तविकता बयां करती है। इस बीच चतरा में एकतरफा प्यार में एक किशोरी पर एसिड अटैक की वारदात का खुलासा हुआ है। इतना ही नहीं दुमका में दलित उत्पीड़न की घटना ने सूबे को और भी बदनाम कर दिया है।
पहले बात करते हैं राज्य की राजनीति की। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का लाभ के पद के मामले ने तूल पकड़ लिया है। इस मामले में हेमंत सोरेन की विधानसभा सदस्यता जानी तय मानी जा रही है। इस बाबत भारत निर्वाचन आयोग ने राज्यपाल को अपना मंतव्य भेज दिया है। राज्यपाल ने भी अपनी संस्तुति दे दी है। कभी भी इसकी औपचारिक घोषणा हो सकती है।
हार्स ट्रेडिंग के भय से सभी विधायकों को एक जगह सुरक्षित रखा जा रहा है
इस द्वंद्व के बीच सियासी हलचल बढ़ गई है। यूपीए के दल राज्यपाल से बार-बार आग्रह कर रहे हैं कि स्थिति साफ की जाए लेकिन असमंजस बरकरार है। फिलहाल, मुख्यमंत्री सोरेन और यूपीए के विधायक इस मामले के हर पहलुओं पर बार-बार मंथन कर रहे हैं। सोरेन पार्टी विधायकों के लगातार संपर्क में हैं। हार्स ट्रेडिंग के भय से सभी विधायकों को एक जगह सुरक्षित रखा जा रहा है। सभी विधायकों को छत्तीसगढ़ ले जाने की पूरी तैयारी है।
झारखंड की इस सियासी हलचल के बीच दुमका में अंकिता हत्याकांड ने और भी आग लगा दिया है। दुमका जिले में 23 अगस्त को 12वीं की छात्रा अंकिता सिंह पेट्रोल डालकर जला दी गई। रिम्स में इलाज के दौरान पांचवें दिन उसकी मौत हो गई। राज्य की यह आग पूरे देश में फैल गई। झारखंड हाई कोर्ट ने आज इस मामले का स्वत: संज्ञान लिया। राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम भी रांची पहुंची और बुधवार को पीड़ित परिजनों से बातचीत करेगी।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी पीड़ित को देखने आज रिम्स पहुंचे
दुमका की आग अभी थमी नहीं कि चतरा जिले में भी किशोरी पर एसिड अटैक की वारदात का खुलासा हुआ है। घटना बीते चार अगस्त की है। एकतरफा प्यार में संदीप ने काजल पर तेजाब फेंक दिया। हालत नाजुक में उसे रिम्स में भर्ती कराया गया है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री भी पीड़ित को देखने आज रिम्स पहुंचे। मंत्री ने जरूरत पड़ने पर काजल को एयरलिफ्ट करने की बात कही है। पीड़ित के परिजनों ने अंकिता के जैसे ही त्वरित न्याय की मांग की है।
अभी यह सब बवाल चल ही रहा है कि पलामू जिले में एक समुदाय विशेष के लोगों ने महादलित समाज के 50 घरों पर बुलडोजर चलवा दिया है। इन लोगों के साथ मारपीट भी हुई है। सभी पीड़ित आशियाने की तलाश में दर-ब-दर भटक रहे हैं। हालांकि, जिला प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज करा दिया है। साथ ही पीड़ितों को दोबारा बसाने की कवायद भी शुरू कर दी है।