इंदौर। इंदौर में आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का गुरुवार शाम को समापन हो गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि ये विदाई की वेला है। विदाई का मतलब परमानेंट विदाई नहीं है। जिसने इन्टेंट्स ऑफ इनवेस्ट दिया, उन्हें मैं छोड़ूंगा नहीं। आपके निवेश की एक पाई भी व्यर्थ नहीं जाने दी जाएगी। यहां का रंग ही ऐसा है। मध्यप्रदेश ऊंची उड़ान भरने के लिए टेक ऑफ कर रहा है।
उन्होंने कहा कि हमने आपको प्रेम के बंधन में बांधा है। ऐसा लगा कि इंदौर में पुरी दुनिया उतर आई। इंदौर में सब एक हो गया। मैं तो दुबला पतला आदमी हूं, हाथ मिला-मिलाकर ही हाथ दुखने लगा है, लेकिन ये अद्भूत प्यार रहा। यही भारत के संस्कार भी है। कोई किसी देश का हो, हम सब मिलकर एक है, पूरा विश्व एक परिवार है। ये हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी भी कहते हैं। ये हमारी परंपरा भी है। उन्होंने कहा कि भारत अद्भूत देश है, हमारे यहां मतभेद होते हैं, लेकिन हम लड़ते नहीं हैं। जिसे जो ठीक लगे, वो रास्ता अपनाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इंदौर अद्भूत है, इंदौर से एमपी में निवेश का नया दौरा प्रारंभ हो रहा है। अभी तो हम आंकड़े गिन रहे है। जाते जाते भी लोग कह रहे हैं कि एमपी में निवेश करेंगे। निवेश की आइडियल डेस्टिनेशन है मध्यप्रदेश है। हमने 18 साल में शून्य से शिखर तक का सफर तय किया है। बीमारू से हम अग्रणी राज्यों में शुमार है। संसाधन से संपन्न है। शांति के टापू है। अध्यात्म में अव्वल है। पर्यटन में बेजोड़ है। हमने अपनी कोर क्षमताओं को ही अपनी शक्ति बनाया।
उन्होंने कहा कि मैं एमपी के सीईओ के रूप में आपको विश्वास दिलाते है कि आपके निवेश की एक पाई भी जाया नहीं जाने देंगे। आपको हर वो सुविधा देंगे कि आप आगे भी निवेश के लिए तैयार रहेंगे। संवाद, सहयोग, नीति के अनुसार सुविधाएं, स्वीकृतियां, सिंगल विंडो, समन्वय ये हमारी रणनीति है। इस पर अमल करते हुए एमपी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे। सीएम शिवराज सिंह ने कहा कि उद्योग के लिए जमीन दी जाएगी, 3 साल तक कोई निरीक्षण, परीक्षण नहीं। आप नियम-कायदों का पालन करते हुए काम शुरू कीजिए।
शिवराज ने मजबूत संकल्प के साथ काम किया : तोमर
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि हम इंदौर में है, इंदौर एमपी में स्थित है, और एमपी देश का हृदय स्थल है, एमपी में जब इंदौर का नाम आता है तो देवी अहिल्या जी की चर्चा होती है, उनका उज्जवल इतिहास है। इंदौर में इस साल का आगाज शुभ संदेश दे रहा है। यहां एनआरआई सम्मेलन हुआ, प्रधानमंत्री मोदी आए, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आईं, ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट हुई, जी-20 के कार्यक्रम भी होने वाले है। शिवराज सरकार और जनता ने इस सभी के लिए भव्य तैयारियां की। इन कार्यक्रमों के लिए इंदौर को याद किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि एक समय था जब कुछ कारखाने और कुछ ही उद्योगपति एमपी में काम करते थे। वो भी यहां से जाने की सोचने लगे थे। लेकिन शिवराज सिंह ने जब से काम संभाला। तब से हालात बदलने लगे। ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट जैसे आयोजन होने लगे। एक मनुष्य का संकल्प मजबूत हो, तो कुछ भी असंभव नहीं है। शिवराज सिंह ने राज्य के विकास के लिए मजबूत संकल्प के साथ काम किया।
भारत आज पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था: सिंधिया
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश लगातार ग्रोथ कर रहा है। सरकार हर क्षेत्र में उद्योग के अनकुल माहौल तैयार कर रही है। लगातार इनवेस्टमेंट बढ़ रहा है। संयुक्त विकास के संकल्प के साथ पीएम मोदी कार्य कर रहे हैं। कोरोना काल में केंद्र और राज्य सरकार ने मिलकर काम किया। डिजिटल ट्रांजेक्शन को बढ़ावा दिया गया। भारत आज पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। आने वाले समय में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा।
उन्होंने कहा कि जैसा कि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एमपी अजब भी है, गजब भी है और सजग भी है। कभी मध्यप्रदेश पर बीमारू टैग लगा था। मध्यप्रदेश के शिल्पकार के रूप में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने अथक प्रयास से एमपी की सूरत बदल दी। शिवराज सिंह के नेतृत्व में एमपी की जीडीपी लगातार बढ़ रही है। सिंधिया ने एमपी को निवेश का प्राइम डेस्टिनेशन बताया।
समिट के अंतिम सत्र में तीन साल में भारत की इकोनॉमी को पांच ट्रिलियन में मप्र के योगदान विषय पर चर्चा की गई। सेशन में राज्य सरकार की ओर से बताया गया कि 2026-27 तक मप्र की इकोनॉमी 41 लाख करोड़ हो जाएगी। दो दिवसीय समिट में 84 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इसमें 447 इंटरनेशनल बिजनेस डेलीगेट्स, 401 इंटरनेशनल बॉयर्स समेत पांच हजार से ज्यादा डेलीगेट्स आए। जी-20 के सभी देश आए।