भोपाल। मप्र के 19 नगरीय निकायों में चुनाव हो रहे हैं। आगामी 20 जनवरी को इन निकायों में मतदान होना है। चुनाव से पहले राजनीतिक दल जमकर प्रचार प्रसार कर रहे हैं। ऐसे ही धार में चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुई है। इस तस्वीर में मंत्री मोहन यादव पैसे देते नजर आ रहे हैं। तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस इस पर सख्त हो गई है। कांग्रेस मंत्री डॉ मोहन यादव पर पैसे बांटने का आरोप लगा रही है। मप्र कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने इस फोटो को शेयर करते हुए राज्य निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की मांग की है। वहीं इस पूरे ममाले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने बयान जारी कर आरोपों का खंडन किया है।
दरअसल, उच्च शिक्षा मंत्री डॉक्टर मोहन यादव का धार के नगरीय निकाय चुनाव में प्रचार के दौरान का एक वीडियो अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर किया है। इसमें वो पर्स से पैसे निकालते नजर आ रहे हैं। यह फोटो मोहन यादव के सोशल मीडिया अकाउंट से शेयर होते ही विपक्ष ने पकड़ लिया और इसे लेकर हमलावर हो गई है। प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि इस मामले में राज्य निर्वाचन आयोग से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। उच्च शिक्षा मंत्री प्रचार के दौरान खुलेआम पैसे बांटते हुए सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट पर फोटो डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग को स्वत: संज्ञान लेना चाहिए पर राज्य निर्वाचन आयोग अब तक भाजपा का अनुषांगिक संगठन बनकर काम कर रहा है। कांग्रेस पार्टी राज्य निर्वाचन आयोग में शिकायत करेगी। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा को अपनी हार दिख रही है। इसलिए प्रशासन और पैसे की दम पर भाजपा चुनाव जीतना चाहती है।
मंत्री ने दी सफाई
वहीं इस पूरे मामले को लेकर उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव ने सफाई दी है। उन्होंने मंगलवार को अपने बयान में कहा है कि मैं मंदिर गया था, मंदिर में पूजा करने का फोटो कांग्रेस ने नहीं दिखाया। क्या हिन्दू धर्म में दक्षिणा देना अपराध है? क्या मंदिर जाना अपराध है, क्या महिला पुजारी होना अपराध है? तिलक लगाने के बदले दक्षिणा दी थी। कांग्रेस हिंदू धर्म के विरोधी, इन पर तरस आता है। हताशा में कांग्रेस गलत रास्ते पर जा रही है। उन्होंने कांग्रेस को सलाह भी दे की उन्हें हल्की राजनीति से बचना चाहिए। कांग्रेस सकारात्मक राजनीति करें और विकास की बात करें।