भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को अक्षय पात्र फाउंडेशन के भोपाल स्थित प्रदेश के पहले केंद्रीयकृत रसोई घर का अपने निवास से वीडियो कान्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारे बच्चे जो स्कूलों में अध्ययन कर रहे हैं, उनको शुद्ध, ताजा और गर्म भोजन मध्याह्न के रूप में मिल जाये, तो उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार अपने आठवीं कक्षा तक के बेटे-बेटियों को मध्याह्न भोजन प्रदान करती है। अक्षय पात्र फाउंडेशन जिस समर्पण के साथ गुणवत्तापूर्ण, ताजा, गर्म भोजन बच्चों तक पहुंचायेगा, वह बहुत हितकारी होगा। प्रदेश सरकार ने भोपाल जिले के शहरी क्षेत्रों में प्राथमिक शालाओं के लगभग 47 हजार 201 बच्चों के लिए अक्षय पात्र संस्था के साथ अनुबंध किया है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि अक्षय पात्र के साथ-साथ मैं रवि झुनझुनवाला जी का आभारी हूं, जिन्होंने 12 करोड़ रुपये की लागत से किचन शेड बनाकर दिया। इसके साथ ही 7 करोड़ रुपया सहयोग के रूप में हर साल संस्था को प्रदान करेंगे, ताकि बच्चों को अतिरिक्त पोषक तत्व मिल सकें।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री पोषण कार्यक्रम चलता है। मध्यप्रदेश सरकार आठवीं तक के अपने बेटा-बेटियों को मध्यान्ह भोजन प्रदान करती है। जिसे हमारी बहनें स्कूल प्रांगण में ही बनाती हैं। बच्चे मन के सच्चे और भगवान की आंखों के तारे हैं। ये तारे स्वस्थ रहें, स्वादिष्ट भोजन प्राप्त करे, क्योंकि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क रहता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘शरीरमाद्यं खलु धर्म साधनम्’। हमारे यहाँ कहा गया है कि शरीर ही सब धर्मों के पालन का माध्यम है। शरीर स्वस्थ होगा तो शिक्षा भी ठीक प्राप्त कर सकेंगे और मन भी स्वस्थ होगा। यह प्रकल्प मध्यप्रदेश शासन, एचईजी और अक्षय पात्र मिलकर चला रहे हैं। शासन इसके लिए खाद्यान्न देगा और भोजन पकाने की लागत भी अक्षय पात्र को प्रदान करेगा। यदि अक्षय पात्र जैसी अन्य संस्थाए भी बच्चों को पका हुआ स्वादिष्ट और पोषणयुक्त भोजन प्रदान करने के लिए आगे आयेंगी, तो हम उनका स्वागत करेंगे।