NewsSamvad : अमेरिका 37 संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है। विदेशी मीडिया के मुताबिक, अमेरिका ने उन 37 संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाया है, जो रूस के ऊर्जा उत्पादन का विस्तार और भविष्य की निर्यात क्षमता बढ़ा रहे हैं। अमेरिकी विदेश विभाग के अनुसार, प्रतिबंधित संस्थाएं आर्कटिक एलएनजी-2 तरलीकृत प्राकृतिक गैस परियोजनाओं सहित प्रमुख ऊर्जा परियोजनाओं और संबंधित बुनियादी ढांचे के विकास में शामिल है।
विभाग के मुताबिक, रूसी आर्कटिक एलएनजी 2 संस्थाओं के अलावा अमेरिका ने तुर्की-आधारित संस्थाओं को भी नामित किया है। इसमें तुर्की कंपनियों में डेनकर शिप कंस्ट्रक्शन इनकॉर्पोरेटेड कंपनी और आईडी शिप एजेंसी ट्रेड लिमिटेड कंपनी शामिल है। अमेरिका ने पावेल पावलोविच शेवेलिन को भी शामिल किया है। शेवेलिन रूसी भाड़े के सैनिकों के समूह वैगनर से संबंधित है। यह डीपीआरके से रूस तक युद्ध सामग्री सप्लाई करने में भी शामिल थी। अमेरिका ने कई रक्षा संस्थानों को भी नामित किया है, जो यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस को मरम्मत और रखरखाव सेवाएं प्रदान करती हैं।
इससे पहले, अमेरिका ने रूस और उत्तर कोरिया पर और अधिक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी थी। बता दें, किम जोंग उन हाल ही में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मिलने के लिए मॉस्को पहुंचे थे। इस दौरान दोनों देशों के बीच संभावित हथियार सौदे की चर्चाएं बढ़ गई थीं। यह अमेरिका के लिए चिंता का विषय बन गई थी।
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को दावा किया कि पुतिन अमेरिका की निंदा करने के लिए बाइडन का इस्तेमाल कर रहे हैं। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया कि पुतिन बाइडन प्रशासन की नीतियों का इस्तेमाल कर अमेरिका की निंदा कर रह हैं। वह अमेरिका की अच्छी चीजों का भी विरोध कर रहे हैं। बता दें, ट्रंप की टिप्पणी से एक दिन पहले यानी मंगलवार को पुतिन ने बयान दिया था। पुतिन ने मंगलवार को कहा था कि ट्रंप के साथ जो कुछ भी हो रहा है, वह राजनीति से प्रेरित है। यह सब कुछ अमेरिकी जनता सहित पूरी दुनिया की आंखों के सामने किया जा रहा है।
इसे भी पढ़ें : अनंतनाग के मुठभेड़ में एक और जवान शहीद