New Delhi : राजस्थान विधान सभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपनी रणनीति के तहत दूसरे राज्यों के 44 नेताओं को जिम्मेदारी दी है। इस सिलसिले में राज्य में अबतक 26 नेता आ चुके हैं और बाकी भी जल्दी ही जिलों में जाएंगे। संसद में दानिश अली पर विवादित टिप्पणी करने वाले और दक्षिणी दिल्ली से सांसद रमेश बिधूड़ी को भी टोंक विधान सभा में चुनावी ड्यूटी पर भेजा गया है।
बिधूड़ी ने बुधवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ‘एक्स’ पर जानकारी साझा करते हुए कहा कि वे टोंक विधान सभा में पहुंचे और राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी के साथ चुनाव की तैयारियों की जानकारी ली। टोंक विधानसभा सीट गुजर बहुल क्षेत्र हैं जिसे कांग्रेस के सचिन पायलट का गढ़ माना जाता है।
सूत्रों के अनुसार कल, गुरुवार को, प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में विधानसभा वार कार्य आवंटित किया गया। जिसमें दिल्ली सांसद प्रवेश वर्मा को जोधपुर देहात, पंजाब प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ को सीकर, केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को जयपुर शहर, हरियाणा विधायक महिपाल ढाडा को हनुमानगढ, हरियाणा प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी को चूरू, यूपी से बीजेपी नेता जुगलकिशोर को जयपुर देहात उत्तर, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम निर्मल सिंह को जयपुर देहात दक्षिण, जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम कविन्द्र गुप्ता को दौसा, हरियाणा के बीजेपी नेता अरविंद यादव को अजमेर देहात, उत्तर प्रदेश के नेता अरुण असीम को कोटा देहात, उत्तराखंड में प्रदेश उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार को बारां की जिम्मेदारी दी गई है।
मध्यप्रदेश में भी उत्तर प्रदेश के मंत्रियों की लगाई गई ड्यूटी
इसी तरह मध्यप्रदेश विधान सभा चुनाव के लिए भी उत्तर प्रदेश के बड़े नेताओं की ड्यूटी लगाई गई है। उत्तर प्रदेश से 12 मंत्रियों को मध्यप्रदेश की चुनाव की जिम्मेदारी दी गई है। बृजेश पाठक को भोपाल, स्वतंत्र देव सिंह को सतना, दयाशंकर सिंह को बालाघाट, बेबीरानी मौर्य (मंत्री) को ग्वालियर, दिनेश प्रताप सिंह (मंत्री) को रायसेन, दयाशंकर मिश्र दयालु (मंत्री) को दतिया, कपिलदेव अग्रवाल(मंत्री) को दमोह, अनिल राजभर(मंत्री) को सिवनी, जेपीएस राठौर(मंत्री) को भोपाल संभाग और पंकज सिंह (विधायक) को विदिशा की जिम्मेदारी दी गई है।
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