Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन ने आज रांची यूनिवर्सिटी के प्रस्तावित नए कैंपस को लेकर अधिकारियों के साथ हाई लेवल मीटिंग की। मौके पर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने सीएम के समक्ष नए कैंपस के मास्टर प्लान का प्रजेंटेशन रखा। यूनिवर्सिटी का नया कैंपस राजधानी रांची के चेरी में 87 एकड़ जमीन पर बनना प्रस्तावित है। सीएम ने पूरे मास्टर प्लान की विस्तृत जानकारी ली और कई आवश्यक सुझाव तथा दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि रांची विश्वविद्यालय का नए कैंपस को इस तरह विकसित किया जाए कि इसकी अलग पहचान बन सके।
मेंटेनेंस फ्री निर्माण हो
रांची यूनिवर्सिटी के नए कैंपस में एकेडमिक जोन, एडमिनिस्ट्रेटिव जोन रीक्रिएशनल जोन, रेसिडेंशियल जोन, बफर जोन और एक्सटेंशन जोन बनाया जाना है। सीएम ने कहा कि यहां जो भी निर्माण हो, वह मेंटेनेंस फ्री होना चाहिए। इसके रख-रखाव के लिए भी सारी व्यवस्थाएं सुनिश्चित होनी चाहिए। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि यहां की जमीन की भौगोलिक स्थिति (कंटूर) के हिसाब से बिल्डिंग का निर्माण हो। इसके लिए कोई भी कंस्ट्रक्शन शुरू करने के पहले जमीन के हिसाब से पूरी योजना तैयार कर ली जानी चाहिए।
पार्किंग का होना चाहिए तगड़ा इंतजाम
सीएम हेमंत ने कहा कि यूनिवर्सिटी के कैंपस को कई जोन में विकसित किया जाना है। ऐसे में हर जोन में पार्किंग का तगड़ा इंतजाम होना चाहिए। उन्होंने कैंपस में हरियाली बनाए रखने पर भी विशेष जोर दिया।
कैंपस में सोलर पैनल लगाने पर विशेष जोर
सीएम हेमंत ने नए कैंपस में सोलर पैनल लगाने का भी निर्देश अधिकारियों को दिया। इसके साथ विश्वविद्यालय में प्रवेश और निकासी के लिए मुख्य मार्ग के अलावा इमरजेंसी निकासी मार्ग भी बनाने का सुझाव दिया।
सभी खेलों के लिए एक अलग ज़ोन हो
सीएम हेमंत ने कहा कि यूनिवर्सिटी के नए कैंपस में क्रिकेट, हॉकी, फुटबॉल और वॉलीबॉल समेत अन्य खेलों के लिए एक अलग जोन हो। ऐसा नहीं हो कि किसी एक खेल के लिए मैदान एक जोन में हो और दूसरे खेल के लिए अलग जोन में। इससे खिलाड़ियों की परेशानी बढ़ती है। ऐसे में सभी खेलों के लिए सारी व्यवस्था एक ही जोन में हो।
ये रहे मौजूद
इस बैठक में मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वंदना दादेल, मुख्यमंत्री के सचिव विनय कुमार चौबे, भवन निर्माण विभाग के सचिव सुनील कुमार, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव राहुल पुरवार, उच्च शिक्षा निदेशक गरिमा सिंह, रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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