नई दिल्ली। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप) के राष्ट्रीय सह-संगठन मंत्री प्रफुल्ल आकांत ने कहा कि आज भारत में युवाओं में असीम शक्ति है, बस इस शक्ति को सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए उपयोग करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज युवाओं को यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि वह पढ़ाई के साथ समाज परिवर्तन के क्षेत्र में स्वयं की भूमिका तय करें, जिससे समाज के हर वर्ग का उत्थान हो सके।
प्रफुल्ल आकांत रविवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (अभाविप), दिल्ली के 55वें प्रदेश अधिवेशन के दूसरे दिन ‘परिसर व गतिविधि’ विषय पर दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, लालबहादुर शास्त्री संस्कृत विद्यापीठ, जामिया मिल्लिया इस्लामिया आदि शैक्षणिक संस्थानों के छात्रों को संबोधित कर रहे थे।
आकांत ने कहा कि अभाविप एक ऐसा संगठन है जो समय के साथ परिवर्तनशील रहा है। हम मात्र समस्या गिनाने वाले संगठन नहीं हैं, हम समाधान देने वाले छात्र संगठन हैं। उन्होंने कहा कि महाविद्यालयों के परिसरों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं में इनोवेशन, संवेदना तथा प्रेम आदि सद्गुणों से हम बेहतर दिशा की ओर बढ़ रहे हैं। भारत का युवा अपने प्रयासों से समरस और समानता युक्त भारत की स्थापना के उद्देश्य पर तेजी से कार्य कर रहा है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सभी प्रकार के भेदों को जड़ से समाप्त कर दें। भारतीय स्वतन्त्रता आंदोलन के सेनानियों के विचारो को और गति से शैक्षिक परिसरों में ले जाने की आवश्यकता है जिससे हमारी आने वाली पीढ़ियां हमारे आधुनिक भारत के महान पूर्वजों, स्वतन्त्रता सेनानियों और महापुरुषों के सपनों के भारत का निर्माण कर सकें। उन्होंने कहा कि हमारे परिसरों से पर्यावरण, जल संरक्षण आदि महत्वपूर्ण विषयों पर जनांदोलन शुरू करने की आवश्यकता है।
उल्लेखनीय है कि दिल्ली विश्वविद्यालय(डीयू) के शंकरलाल हॉल में अभाविप दिल्ली का दो दिवसीय 55वां प्रान्त अधिवेशन शनिवार को शुरू हुआ। इसका उद्घाटन राज्यसभा सांसद डॉ. राकेश सिन्हा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया था।