अहमदाबाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्लामिक आतंकवाद को भारत और अमेरिका के लिए एक जैसा खतरा बताते हुए कहा कि आतंकवादियों और उनकी विचारधारा के खिलाफ मिलकर लड़ना होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने अहमदाबाद के विशालकाय मोटेरा स्टेडियम में ‘नमस्ते ट्रम्प ’ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि अपनी सीमाओं को सुरक्षित रखना हर देश की प्राथमिक जिम्मेदारी है। बाहर से आने वाले लोगों की गहन जांच-पड़ताल आंतरिक सुरक्षा के लिए जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों से आंतरिक सुरक्षा को खतरा है, उन्हें देश में आने की इजाजत नहीं दी जा सकती। ट्रम्प ने इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ चलाए गए अमेरिकी अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि इस्लामिक स्टेट का सफाया कर दिया गया है। इसका खलीफा बगदादी भी मारा गया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आतंकवाद के खिलाफ सख्त रवैया अपनाने के लिए ट्रम्प की सराहना करते हुए कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने आतंकवाद विरोधी अभियान के जरिए मानवता की सेवा की है। दोनों नेताओं ने स्टेडियम में मौजूद एक लाख से अधिक लोगों को संबोधित किया। भारी सुरक्षा के बीच हुए इस आयोजन में मंच पर राष्ट्रपति ट्रम्प , उनकी पत्नी मेलानिया और प्रधानमंत्री मोदी बुलेटप्रूफ कांच के पीछे बैठे थे। श्रोताओं की अगली पंक्ति में ट्रम्प की पुत्री इवांका और उनके पति बैठे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने मेहमान नेता का स्वागत करते हुए पहले उन्हें संबोधन के लिए आमंत्रित किया तथा बाद में धन्यवाद ज्ञापन करते समय भारत की विकास यात्रा की चर्चा की।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने सीमापार आतंकवाद को लेकर भारत में व्याप्त चिंता से सहमति जताई। साथ ही उन्होंने आतंकवाद पर काबू पाने के लिए पाकिस्तान को भी प्रोत्साहित किया। उन्होंने पाकिस्तान के साथ अमेरिका के संबंधों को अच्छा बताते हुए कहा कि आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाइयों में बड़ी प्रगति हो रही है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया के देशों के बीच सामान्य संबंध कायम होना, इस क्षेत्र में शांति और विकास के लिए आवश्यक है। दोनों नेताओ ने भारत और अमेरिका को स्वभाविक मित्र बताते हुए कहा कि द्विपक्षीय संबंध में विकास की बहुत अधिक संभावनाएं हैं। मोदी ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग केवल भारत प्रशांत क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में शांति स्थायित्व की गारंटी है।
डोनाल्ड ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए ‘चाय वाला’ से शुरू हुई जिंदगी से नेतृत्व के शिखर तक पहुंचने की यात्रा को असाधारण बताया। उन्होंने मोदी को एक दृढ़निश्चयी नेता बताते हुए कहा कि पूरी दुनिया आज उनके नेतृत्व का लोहा मानती है। दुनिया यह स्वीकार करने लगी है कि भारतवासी कुछ भी कर सकते हैं। ट्रम्प ने दोनों देशों के बीच बढ़ते रक्षा सहयोग पर कहा कि उनका देश भारत को अत्याधुनिक वायु सुरक्षा प्रणाली और लड़ाकू हेलीकॉप्टर की आपूर्ति करेगा। दोनों देशों को बीच व्यापार मतभेदों के संबंध में उन्होंने कहा कि किसी समझौते तक पहुंचने के लिए बातचीत जारी है। ट्रम्प ने भारत के साथ सुरक्षा सहयोग में बढ़ोतरी के साथ ही अंतरिक्ष कार्यक्रम में सहयोग देने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि किसी भारतीय को चंद्रमा पर उतारने के अंतरिक्ष अभियान में भी अमेरिका पूरा सहयोग देगा।
अमेरिका राष्ट्रपति ने भारत-अमेरिका संबंधों को सामान्य मूल्यों और लोकतांत्रिक सिद्धांतों पर आधारित बताते हुए कहा कि विभिन्न धर्मों, संस्कृतियों और भाषाओं वाला भारत दुनिया में अन्य देशों के लिए एक अनुकरणीय आदर्श है। ट्रम्प ने भारत में पिछले दशकों के दौरान 27 करोड़ लोगों के गरीबी रेखा से ऊपर उठने का उल्लेख करते हुए कहा कि अगले दशक में भारत में गरीबी का पूरी तरह खात्मा हो जाएगा। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव वर्ष के लिहाज से ट्रम्प ने घरेलू मोर्चे पर अपनी प्रशासनिक उपलब्धियों की भी चर्चा की। ट्रम्प ने अपने संबोधन में स्वामी विवेकानंद और सरदार बल्लभ भाई पटेल की भी चर्चा की। इस दौरान हिन्दी के शब्दों- नमस्ते, चायवाला का प्रयोग किया तथा अपने जमाने के जानेमाने क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर और वर्तमान कप्तान विराट कोहली का उल्लेख किया। उन्होंने दुनिया भर में बॉलीवुड की धूम का भी जिक्र किया।
अमेरिकी राष्ट्रपति अपने परिवार और प्रतिनिधिमंडल के साथ पूर्वाह्न 11.40 बजे अहमदाबाद स्थित सरदार बल्लभ भाई पटेल हवाईअड्डे पर पहुंचे, जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने उनकी अगवानी की। मोदी ने गले मिलकर ट्रम्प का गर्मजोशी से स्वागत किया। हवाईअड्डे से ट्रम्प दंपति महात्मा गांधी के साबरमती आश्रम गए और वहां जमीन पर बैठकर चरखा चलाया। उन्होंने आश्रम के बारे में भी जानकारी हासिल की। इस दौरान आश्रम की आगंतुक पुस्तिका में उन्होंने लिखा- ‘महान मित्र नरेन्द्र मोदी, इस अद्भुत भ्रमण के लिए आपको बहुत-बहुत धन्यवाद।’
दोनों नेताओं का लोगों ने सड़कों के किनारे खड़े होकर स्वागत किया।