रांची। लॉक डाउन के दौरान झारखंड पुलिस अबतक 7 लाख 39 हजार 882 लोगों को भोजन करा चुकी है। डीजीपी एमवी राव ने बताया कि राज्य के 24 जिले में थाने में सामुदायिक रसोई केंद्र खोलकर लगातार गरीब और असहाय लोगों को भोजन कराया जा रहा है। झारखंड पुलिस लगातार लॉक डाउन का पालन कराने में 24 घंटे तत्पर है। गरीब और जरूरतमंद लोगों को किसी प्रकार की दिक्कत ना हो। इसके लिए राज्य के सभी थानों में अस्थाई तौर पर सामुदायिक रसोई केंद्र का निर्माण कर लोगों को भोजन कराया जा रहा है। रांची में 91761, गुमला में 7555, लोहरदगा में 8902, सिमडेगा 24 393, खूंटी में 29597, जमशेदपुर में 111 494, चाईबासा में 1 3514, सरायकेला में 26010, पलामू में 53321, गढ़वा में 5991, लातेहार में 12047, हजारीबाग में 27979, रामगढ़ में 37318, कोडरमा में 72 37, चतरा में 5 797, गिरिडीह में 27237, धनबाद में 150 834, बोकारो में 1 8767, दुमका में 17835, देवघर में 178 74, जामताड़ा में 2254, गोड्डा में 19057, पाकुड़ में 16174 और साहेबगंज में 934 लोगों को भोजन कराया गया है। कुल 7 लाख 39 हजार 882 लोगों को भोजन कराया गया है। डीजीपी ने कहा कि इसके अलावा पुलिसकर्मी ग्रामीण और सुदूर क्षेत्रों में जाकर गरीब और असहाय लोगों के बीच अनाज का भी वितरण किए हैं। लोगों को किसी प्रकार की तकलीफ ना हो इसके लिए 100 डायल कर सूचना देने को लोगों से अपील की है। सूचना मिलते ही पुलिस अविलंब कार्रवाई करेगी।
सबसे ज्यादा भोजन कराया धनबाद में
धनबाद जिले की पुलिस ने लॉक डाउन के दौरान गरीब और असहाय लोगों को सबसे अधिक भोजन कराने वाले जिले में आगे रहा। धनबाद पुलिस 150 834 लोगों को भोजन कराकर नंबर वन पर रहा। जबकि दूसरे स्थान पर जमशेदपुर जिला की पुलिस रही। जमशेदपुर पुलिस ने 111 494 लोगों को भोजन कराया। वहीं तीसरे स्थान पर रांची पुलिस रही। रांची पुलिस ने 91761 लोगों को भोजन कराया। सबसे कम साहेबगंज जिले की पुलिस ने भोजन कराया। साहिबगंज पुलिस ने 934 लोगों को भोजन कराया।
उल्लेखनीय है कि डीजीपी ने लॉक डाउन के बाद सभी जिले में सामुदायिक रसोई केंद्र खोलकर गरीब और असहाय लोगों को भोजन कराने का निर्देश दिया था।