दारा सिंह ‘रामायण’ सीरियल में हनुमान की भूमिका नहीं करना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने सीरियल के निर्माता-निर्देशक रामानंद सागर को मना कर दिया था। दारा सिंह ने कहा था कि तब मेरी उम्र 60 साल हो चली थी। मैंने सागर साहब से कहा इस उम्र में उछल कूद वाला रोल मुझसे हो नहीं पाएगा। लेकिन सागर साहब ने कहा चिंता मत करो सब हो जाएगा। अब तो इसका मेकअप भी आसान हो गया है। उसे मास्क की तरह बार-बार उतारा और पहना जा सकता है। यह रोल मैंने आपसे ही कराना है। सागर साहब की इतनी बात पर मैंने हां कह दी उनसे मेरे पुराने संबंध थे इसलिए चाहकर भी मना नहीं कर सका। फिर बजरंगबली की ऐसी कृपा हुई कि यह रोल अच्छा हो गया।
आजकल दिनों ‘रामायण’ सीरियल की लोकप्रियता सातवें आसमान पर है। इसने सभी बड़े सेटेलाइट चैनल्स को धूल चटाकर दूरदर्शन को फिर से शिखर पर ला दिया है। इसके पुनर्प्रसारण से बरसों से गुमनामी में खोये इसके मुख्य कलाकार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हालांकि इसमें हनुमान का किरदार निभाने वाले दारा सिंह का 2012 में ही निधन हो गया था जबकि बाली-सुग्रीव बने श्याम सुंदर कुछ दिनों पहले ही इस दुनिया से कूच कर गए। करीब 88 बरस के श्याम सुंदर मुंबई की चकाचौंध की दुनिया से दूर हरियाणा के कालका शहर में अपनी पत्नी प्रिया कलानी के साथ रह रहे थे। बहरहाल, बात हनुमान जी का किरदार निभाने वाले कुश्ती के विश्व विजेता दारा सिंह की करें तो वे इस शो में हनुमान बनने के बाद इतने लोकप्रिय हो गए कि करीबन सौ हिंदी और पंजाबी फिल्मों में काम करने के बावजूद भी उनकी ‘रामायण’ में निभाई हनुमान की भूमिका पूरे फिल्म कॅरिअर पर हावी रही।