बिहार। कोरोना संक्रमण के खिलाफ जंग को लेकर हाल ही में पीएम मोदी ने एहतियाती डोज के रूप में बूस्टर डोज दिए जाने का ऐलान किया था, लेकिन बिहार में एक बुजुर्ग ने एक, दो या तीन नहीं, बल्कि 11 टीके लेने का दावा किया है.
मामला बिहार के मधेपुरा का है. उन्होंने कहा कि 11 बार कोरोना की वैक्सीन लगावकर उन्होंने खुद को कोरोना संक्रमण से सुरक्षित कर लिया है. साथ ही वह वैक्सीन को ब्रह्माजी का वरदान बता रहे हैं. 84 साल के इस बुजुर्ग के दावे के बाद बिहार में स्वास्थ्य सिस्टम पर भी गंभीर सवाल खड़ा हो गया है.
बुजुर्ग ब्रह्मादेव मंडल ने बताया कि उन्होंने कोरोना के टीके 11 बार लगवाए हैं. उन्हें वैक्सीन की वजह से कई बीमारियों में लाभ मिला है. बुजुर्ग ने दावा किया कि वह मंगलवार को कोरोना की 12वीं वैक्सीन लगवाने चौसा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गए थे, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध नहीं थी. वहीं हैरानी की बात ये है कि 11 बार वैक्सीन लगवाने के बाद भी बुजुर्ग पर इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं दिख रहा है.
सभी टीकों की डिटेल उपलब्ध
डाक विभाग से रिटायर हो चुके बुजुर्ग ब्रह्मादेव मंडल के पास वैक्सीन लगवाने की पूरी जानकारी है. उन्होंने पहली डोज 13 फरवरी 2021 को ली थी. 30 दिसंबर 2021 तक उन्होंने 11 डोज लगवाईं. उनके पास सभी वैक्सीनेशन की डेट टाइम दर्ज है.
इन तारीखों को लगवाई वैक्सीन
ब्रह्मादेव मंडल के मुताबिक उन्होंने 13 फरवरी, 13 मार्च, 19 मई, 16 जून, 24 जुलाई , 31 अगस्त, 11 सितंबर, 22 सितंबर, 24 सितंबर 2021 को वैक्सीन लगवाई है. 10वीं डोज खगड़िया के परबता में ली. 11वीं डोज भागलपुर के कहलगांव में ली.
मामले की जांच के निर्देश दिए
ब्रह्मादेव मंडल अपने नाम के अनुसार टीके को ब्रह्मा जी का वरदान और अमृत मानते हुए इसे कारगर बता रहे हैं. हाालंकि 11 बार कोरोना की वैक्सीन लगवाना कोविड प्रोटोकॉल के खिलाफ है. वहीं मधेपुरा के सिविल सर्जन अमरेंद्र प्रताप शाही ने मामले की विस्तार से जांच कराने की बात कहते हुए सभी पीएचसी प्रभारियों से नोटिस भेजकर मामले में जवाब मांगा है.