WhatsApp Group जुड़ने के लिए क्लिक करें 👉
Join Now
News Samvad : अंडे प्रोटीन का एक महत्वपूर्ण स्रोत हैं, लेकिन उनकी ताजगी और गुणवत्ता का ध्यान रखना अत्यंत आवश्यक है। हाल के शोधों के अनुसार, बाजार में नकली अंडों की बढ़ती संख्या ने उपभोक्ताओं के लिए चिंता बढ़ा दी है।
![auto](https://newssamvad.com/wp-content/uploads/2025/02/DIAMOND9-ADS.jpg)
असली और नकली अंडों की पहचान
- असली अंडे का छिलका खुरदुरा और दानेदार होता है, जबकि नकली अंडे का छिलका चिकना और अधिक चमकदार होता है।
- ताजगी की जांच के लिए, एक बड़े बर्तन में पानी भरकर अंडों को डालें। यदि अंडा तली में बैठता है, तो वह ताजा है; यदि वह थोड़ा टेढ़ा हो जाता है, तो वह खा सकते हैं, लेकिन यदि वह तैरता है, तो उसे न खाएं।
नकली अंडों के स्वास्थ्य प्रभाव
- नकली अंडों में मौजूद सिंथेटिक रेजिन पचता नहीं है और शरीर में जमा हो सकता है, जिससे आंतों और पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
- सोडियम एल्गिनेट से स्किन एलर्जी हो सकती है, जिससे रैशेज और खुजली जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
अंडे खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें
- हमेशा विश्वसनीय दुकानदारों या बड़े डिपार्टमेंटल स्टोर्स से अंडे खरीदें।
- अंडे के छिलके पर दरार, गंदगी या धब्बे नहीं होने चाहिए।
- लोकल बाजार से अंडा खरीदते समय उसकी ताजगी की जांच करें।
- यदि अंडा बहुत हल्का है या आवाज करता है, तो यह खराब हो सकता है।
- घर लाने के बाद अंडों को फ्रिज में रखें ताकि वे लंबे समय तक ताजे रहें।
अंडे की खपत
एक स्वस्थ वयस्क व्यक्ति को आमतौर पर प्रतिदिन 1 से 2 अंडे खाने की सलाह दी जाती है। एथलीट्स या नियमित व्यायाम करने वालों को प्रोटीन की अधिक आवश्यकता होती है, इसलिए उन्हें अपने डाइटीशियन से सलाह लेनी चाहिए।
इन बिंदुओं का ध्यान रखकर उपभोक्ता न केवल ताजे और असली अंडे का चयन कर सकते हैं, बल्कि अपनी सेहत को भी सुरक्षित रख सकते हैं।