कानपुर। कानपुर शूटआउट में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया। विकास दुबे को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कानपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बताया कि विकास को मुठभेड़ में चार गोलियां लगीं, जिसके चलते उसकी मौत हुई है। फिलहाल उसका पोस्टमॉर्टम चल रहा है।
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. आरबी कमल ने बताया कि विकास दुबे को हैलट अस्पताल में मृत अवस्था में लाया गया था। डॉक्टरों को उसके शरीर में चार गोलियां मिली हैं। डॉ. आरबी कमल ने बताया कि तीन गोलियां विकास दुबे के सीने में और एक गोली उसके हाथ में लगी है, जिसके कारण उसकी मौत हुई।
बता दें कि एनकाउंटर के बाद पुलिस ने बयान में बताया था कि विकास दुबे पुलिस की पिस्तौल छीनकर भाग रहा था, इसी दौरान उसे सरेंडर करने को कहा गया। वह नहीं माना तो उसे रोकने के लिए गोली चलाई गई। पुलिस ने दावा किया था कि गोली विकास के कमर पर लगी है। हालांकि जब विकास को अस्पताल ले जाया गया तो उसके सीने मे लगी गोली साफ नजर आ रही थी।
एसएसपी मोहित अग्रवाल ने बताया कि सड़क हादसे के बाद विकास दुबे ने मौके से भागने का प्रयास किया, जिसके बाद हुई मुठभेड़ में वह मारा गया। वहीं, पुलिस वाहन पलटने से पुलिस निरीक्षक सहित चार पुलिसकर्मी घायल भी हो गए।
विकास के मरने की खबर के बाद उसके परिवार का कोई भी सदस्य अस्पताल नहीं पहुंचा। उसका शव पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। डॉ. आरबी कमल ने कहा कि पोस्टमॉर्टम के बाद विकास दुबे की मौत की स्थिति स्पष्ट हो सकेगी। फिलहाल डॉक्टरों ने ऊपरी तौर पर देखकर गोलियां लगने की स्थितियां बताई हैं।