गोरखपुर। श्रम कल्याण परिषद के अध्यक्ष पंडित सुनील भराला ने बुधवार को कहा कि श्रमिकों को जल्दी ही धार्मिक यात्रा पर भेजा जायेगा। श्रम कल्याण परिषद उत्तर प्रदेश की श्रवण कुमार श्रमिक परिवार तीर्थ यात्रा योजना के तहत 700 श्रमिकों की धार्मिक यात्रा पर भेजेगी। इसके लिए विशेष ट्रेन संचालित होगी। तीन दिवसीय इस यात्रा के लिए गोरखपुर से विभिन्न स्थानों की धार्मिक यात्रा के लिए पूरी ट्रेन बुक करायी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे हरी झंड़ी दिखा कर रवाना करेंगे।
सुनील भराला ने बुधवार को सर्किट हाउस में उत्तर प्रदेश श्रम कल्याण परिषद की 87वीं बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि श्रवण कुमार श्रमिक परिवार तीर्थ यात्रा योजना के तहत कारखानों में काम करने वाले श्रमिकों को प्रति परिवार 12 हजार रुपये एक मुश्त सहायता प्रदान की जाती है। इनमें श्रमिक, उसकी पत्नी, उसके दो बच्चे और माता-पिता शामिल होते हैं। सहायतार्थ के रूप में प्रति सदस्य 2000 रुपये की धनराशि भुगतान किए जाने का प्रावधान है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इस यात्रा को लेकर खासे गंभीर है।
प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना की धनराशि बढ़ी
भराला ने बताया कि बैठक में डॉ एपीजे अब्दुल कलाम श्रमिक प्राविधिक शिक्षा सहायता योजना के अंतर्गत श्रमिकों के पुत्र पुत्रियों को (दो बच्चों तक) प्राविधिक शिक्षा में प्रवेश पाने पर आर्थिक सहायता दी जाती है। इस योजना के तहत सर्टिफिकेट कार्यक्रम के लिए एक मुश्त मिलने वाले सात हजार रुपये को बढ़ाकर 10 हजार रुपये, डिप्लोमा के लिए 10 हजार से बढ़ा कर 15 हजार रुपये और डिग्री कार्यक्रम के लिए 15 हजार से बढ़ा कर 25 हजार रुपये किए जाएंगे। संबंधित अधिकारियों को इन योजनाओं से ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों के बच्चों को जोड़ने का निर्देश दिया गया है।
उन्होंने कहा कि श्रवण कुमार श्रमिक परिवार तीर्थ योजना एवं डॉ एपीजे अब्दुल कलाम श्रमिक प्राविधिक शिक्षा योजना के क्रियान्वयन के लिए सरकार से 100 करोड़ रुपये की मांग की गई है। यह धनराशि इन योजनाओं के साथ कानपुर स्थित श्रम कल्याण परिषद के कार्यालय पुनरुद्धार पर खर्च की जाएगी।